नई दिल्ली । गोकलपुर से आम आदमी पार्टी (आप) के विधायक चौधरी फतेह सिंह के खिलाफ दस्तावेजों में फर्जीवाड़ा करने का केस दर्ज किया गया है। 16 जुलाई को पटियाला हाउस कोर्ट ने एफआइआर दर्ज कर 23 जुलाई को अगली सुनवाई में कोर्ट में इसकी प्रति पेश करने का आदेश दिया था। कोर्ट के आदेश पर ही शुक्रवार को नंदनगरी थाने में एफआइआर दर्ज की गई है।
दिया गलत विवरण
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द विधायक से पूछताछ की जाएगी। इसके बाद गिरफ्तारी पर कोई फैसला लिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक गोकलपुर निवासी पोलेराम और सुरेंद्र आर्य ने कोर्ट में विधायक के खिलाफ शिकायत दी थी। इसमें उन्होंने आरोप लगाया है कि चुनाव के समय नामांकन में फतेह सिंह ने 12वीं और स्नातक के बारे में गलत विवरण दिया है। उन्होंने न तो वर्ष का जिक्र किया और न ही संबंधित स्कूल और कॉलेज का पूरा नाम दिया है।
मामले की जांच कराई जानी चाहिए
शिकायतकर्ता का कहना है कि उनके प्रमाणपत्र फर्जी हैं। उनका कहना है कि 2008 और 2015 में उनकी ओर से विधानसभा चुनाव में दाखिल हलफनामे में भी काफी अंतर है। इसकी जांच कराई जानी चाहिए। इस पर कोर्ट ने पुलिस को केस दर्ज कर पूरे मामले की जांच करने का आदेश दिया है।
पहले भी फंस चुके हैं ‘आप’ विधायक
बता दें कि इससे पहले ‘आप’ विधायक जितेंद्र सिंह तोमर भी फर्जी डिग्री के मामले में फंस चुके हैं। इस मामले में उन्हें दिल्ली के कानून मंत्री के पद से इस्तीफा देना पड़ा था।
वहीं, पंजाब में आम आदमी पार्टी के विधायक अमरजीत सिंह संदोआ पर महिला से छेड़छाड़, अपशब्द कहने व धमकी देने के मामले में अदालत ने शुक्रवार को आरोप तय कर दिए। अब 21 अगस्त को चीफ ज्युडिशियल मजिस्ट्रेट पूजा अंदोतरा की अदालत में आरोपों पर गवाही शुरू होगी। अदालत ने विधायक संदोआ को कनाडा जाने की सशर्त अनुमति दे दी है।
अदालत में संदोआ ने चार लाख रुपये की एफडी बतौर सिक्योरिटी जमा करवाई है। रूपनगर के ज्ञानी जैल सिंह नगर की रहने वाली एक महिला ने 28 जुलाई 2017 को थाना सिटी रूपनगर में शिकायत दी थी कि उसने नवंबर 2016 में अमरजीत सिंह संदोआ को अपनी कोठी 30 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर दी थी। संदोआ ने मार्च 2017 से उसका किराया नहीं दिया। महिला ने यह भी कहा था कि कोठी में हुई तोड़फोड़ का खर्च करीब ढाई लाख रुपये भी संदोआ ने नहीं दिया। पैसे मांगने पर उनके साथ बदसुलूकी, छेड़छाड़ व धक्कामुक्की की जिससे वह जमीन पर गिर गईं थी। विधायक ने उन्हें झूठे केस में फंसाने की भी धमकी दी थी। एसएसपी आरबी संधू ने मामले में विशेष जांच समिति गठित की थी। इसने विधायक पर लगे आरोपों को सही पाया था। संदोआ से कुछ समय पहले खनन माफिया के लोगों ने मारपीट की थी और वसूली करने का आरोप लगाया था।