केंद्रीय मंत्री ने विजय माल्या की तरह सिस्टम का इस्तेमाल करने की दी सलाह
हैदराबाद । बैंकों के हजारों करोड़ रुपये डकार कर विदेश भाग चुके भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या को केंद्रीय मंत्री जुएल ओरम ने स्मार्ट बताते हुए अनुसूचित जातियों एवं अनुसूचित जातियों को सलाह दी है कि उन्हें भी बैंकों से लोन लेकर उद्योगपति बनने के लिए स्मार्ट होना पड़ेगा। हैदराबाद में शुक्रवार को पहले नेशनल ट्राइबल आंत्रप्रेन्योर कानक्लेव को संबोधित करते हुए केंद्रीय जनजाति कल्याण मंत्री जुएल ओरम ने कहा कि सरकार विभिन्न स्कीमों के जरिए आदिवासी उद्योगपतियों को बढ़ावा देगी।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अनुसूचित जातियों एवं जनजातियों को शिक्षा, नौकरी और राजनीति में तो आरक्षण की सुविधा प्राप्त है लेकिन ज्ञान और प्रतिभा के मामले में बराबरी का दर्जा हासिल नहीं है। उन्होंने सलाह दी कि एससी और एसटी समुदाय के लोगों को बुद्धिमान और स्मार्ट बनना पड़ेगा। आज की दुनिया में सूचना सबसे बड़ी ताकत है।
आदिवासियों को स्मार्ट होने से किसने रोका
उन्होंने कहा कि आपलोग विजय माल्या की आलोचना करते हैं लेकिन विजय माल्या क्या है? खुद ही इस सवाल का जवाब देते हुए बोले कि वह स्मार्ट है। उसने कुछ प्रतिभावान लोगों को नौकरी पर रखा। उसने बैंकरों, राजनेताओं और सरकार के साथ साठगांठ की और उन्हें खरीद लिया। आपको ऐसा स्मार्ट बनने से किसने रोका है। इस व्यवस्था को अपने मुताबिक मोड़ने से आदिवासियों को किसने रोका। मालूम हो कि माल्या मार्च, 2016 में देश छोड़कर भाग गया था और फिलहाल ब्रिटेन में रह रहा है। उसे वहां से वापस लाने के लिए लंदन की अदालत में मुकदमा चल रहा है।