आचार्य महामण्डलेश्वर के रूप में स्वामी बालकानंद गिरी महाराज संभालेंगे आनन्द अखाड़े की पेशवाई की कमान
हरिद्वार। आनन्द पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी बालकानंद गिरी महाराज ने कहा कि सनातन संस्कृति का शिखर उत्सव कुंभ मेला भारतीय संस्कृति की अदभूत पहचान है। जो विश्व भर में धर्म की पताका को फहराता है। कुंभ मेले के दौरान करोड़ों श्रद्धालु भक्त पतित पावनी मां गंगा में स्नान व आचमन कर जीवन को सफल बनाते हैं। भूपतवाला स्थित हरिधाम सनातन सेवा ट्रस्ट आश्रम में प्रैस को जारी बयान में स्वामी बालकांनद गिरी महाराज ने कहा कि निरंजनी अखाड़े की पेशवाई में केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, श्रीराम जन्म भूमि न्यास ट्रस्ट के सदस्य युग पुरूष स्वामी परमानन्द, योग गुरू स्वामी रामदेव, आचार्य बालकृष्ण सहित अनेक संत महापुरूष सम्मिलित होंगे। उन्होंने कहा कि पेशवाई ऐतिहासिक रूप से नगर भ्रमण के दौरान श्रद्धालु भक्तों को धर्म का संदेश देगी। देश दुनिया से करोड़ों श्रद्धालु भक्त सनातन धर्म से प्रभावित होकर भारतीय संस्कृति को अपनाते हैं। संत महापुरूषों के तप बल से विश्व में भारत में एक अलग स्थान है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार कुंभ मेला कोरोना महामारी के बीच पूरे विश्व में एक सकारात्मक धर्म संदेश देगा। श्रद्धालु भक्तों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि कुंभ मेले के दौरान हरिद्वार आकर जीवन को सफल बनाएं और कोरोना नियमों का पालन अवश्य करें। इस दौरान स्वामी सत्यानंद गिरी, आचार्य मनीष जोशी, स्वामी नत्थीनंद गिरी, महंत सुरेश पुरी, महंत मुनीषानंद गिरी, महंत किशोरानंद गिरी, महंत विद्यानंद गिरी, अशोक गोस्वामी, नंदकिशोर शर्मा आदि मौजूद रहे।