ग्रोथ सेंटर का ग्रामीण किसानों, बेरोजगारों को मिलेगा भरपूर लाभः महाराज
देहरादून। उत्तराखंड विकेन्द्रीकृत जलागम विकास परियोजना, ग्राम्या-2 के अंतर्गत ग्राम थानों, विकास खण्ड़, रायपुर में स्थापित एग्री बिजनेस ग्रोथ सेन्टर के लोकार्पण के मौके पर जलागम मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि संघ से जुड़े किसानों ने प्रसंस्कृत और बेकरी उत्पादों के साथ-साथ संरक्षित नर्सरी में पौधे उगा कर उनका विक्रय कर 6.83 लाख रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया गया है। इतना ही नहीं ग्रोथ सेंटर के बनने से आसपास के क्षेत्रों के किसान भाइयों को फायदा मिलना भी प्रारंभ हो गया है। सतपाल महाराज ने कहा कि आज वैश्विक महामारी के चलते अन्य प्रदेशों से आए प्रवासियों की आजीविका के लिए भी परियोजना क्षेत्र में जलागम प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित किए जा रहे हैं इस तरह की ग्रोथ सेंटर बहुत उपयोगी साबित होंगे। जलागम मंत्री महाराज ने कहा कि जलागम प्रबंधन विभाग द्वारा इसके अलावा प्रदेश में सात अन्य ग्रोथ सेंटरों की स्थापना विभिन्न जनपदों में की जा रही है जिनमें से टिहरी जनपद के ख्यार्सी ग्रोथ सेंटर का लोकार्पण भी मुख्यमंत्री द्वारा पूर्व में किया जा चुका है। सतपाल महाराज ने कहा कि जलागम प्रबंधन विभाग ग्रामीण परियोजना के सहयोग से किसानों के हित में उनकी उपज को बाजार तक पहुंचाने व उन्हें अच्छी कीमत दिलवाने के लिए परियोजना के माध्यम से अनेक कार्य कर रहा है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की परियोजना के तहत किसानों की अशिक्षित भूमि को सिंचित करने के साथ-साथ उनकी पैदावार बढ़ाने तथा बंजर अनुपयोगी भूमि को उपयोग में लाने के कई कार्यक्रम विभाग द्वारा संचालित किए जा रहे हैं जिनका किसानों को भरपूर लाभ भी मिल रहा है। उन्होंने कहा कि पहाड़ की जीवन रेखा समझे जाने वाले प्राकृतिक जल स्रोत धारा-नौला आदि के सम्बर्द्धन एवं संरक्षण पर प्राथमिकता के आधार पर कार्य किया जा रहा है। जलागम मंत्री ने बताया कि ऐसी उखड़ कृषि भूमि जहां सिंचाई सुविधाओं का अभाव है वहां पर सोलर पंप के माध्यम से सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास किया जा रहा है। महाराज ने कहा कि इसी क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम कुठार एवं आप रिप्लाई में भी परियोजना द्वारा सोलर पंप की स्थापना की गई है जिसका पूरा लाभ ग्रामीणों को मिल रहा है। इसी प्रकार परियोजना द्वारा अत्यंत निर्बल वर्ग के परिवारों को आजीविका के अवसर में वृद्धि हेतु उन्हें कौशल विकास के प्रशिक्षण एवं आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराई जा रही है।