राजधानी देहरादून में जहरीली शराब के सेवन से छह लोगों की मौत,करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के बीमार होने का मामला आया सामने
देहरादून। राजधानी देहरादून में जहरीली शराब के सेवन से छह लोगों की मौत हो गई है और करीब आधा दर्जन से अधिक लोगों के बीमार होने का मामला सामने आया है। घटना के बाद से ही लोगों में आक्रोश बना हुआ है। बताया जा रहा है कि मरने वालों की संख्या में इजाफा हो सकता है। मृतकों के नाम आकाश (22 साल) पुत्र किशन, सुरेंद्र (38 साल) पुत्र अशोक चैहान, इंदर, गुड्डु (35 साल) पुत्र नत्थू, राजेंद्र (45 साल) पुत्र प्यारे लाल और शरन पुत्र सुखलाल सभी निवासी पथरिया पीर देहरादून हैं। गुस्साए परिजनों ने मसूरी विधायक गणेश जोशी के आवास घेराव किया और जमकर हंगामा काटा। इस मामले में स्थानीय लोगों ने बाहरी तत्वों द्वारा इलाके में अवैध शराब सप्लाई किए जाने का आरोप लगाया है। घटना के बाद स्थानीय विधायक गणेश जोशी समेत जिला प्रशासन तथा पुलिस के तमाम आला अधिकारी मौके पर पहुंचे। स्थानीय लोगों ने बताया सुबह के तीन बजे के करीब कुछ बाहरी तत्व आकर इलाके में शराब की सप्लाई करते हैं। जिस कुछ स्थानीय युवक मोहल्लों में डिलीवर करते हैं। मामले में आबकारी विभाग की शुरुआती जांच में निकल कर आया है कि शराब देसी शराब ठेके से बेची गई है। आबकारी आयुक्त सुशील कुमार ने बताया कि शराब से हुई मौतों पर जिला आबकारी अधिकारी से प्रारंभिक रिपोर्ट ली गई है। ऐसी जानकारी मिली है कि देसी शराब ठेके से शराब बेची गई थी, जिसे पीने से मौतें हुई हैं। जिला आबकारी अधिकारी को तत्काल संबंधित बैच नंबर के शराब की बिक्री बंद रखने के आदेश दिए हैं। राजधानी के कई देसी शराब के ठेकों पर बिक्री रोक दी गई है। मामले में व्यापक जांच के आदेश भी कर दिए हैं। उल्लेखनीय है कि इससे पहले टिहरी जनपद के एक गांव में शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई थी। हरिद्वार जनपद में भी जहरीली शराब से 42 लोगों की मौत का मामला सामने आया था। तब जहरीली कच्ची शराब में मिथेनॉल के मिश्रण होने की पुष्टि हुई थी। झबरेड़ा के भलस्वागाज, बिंडुखड़क, बाल्लुपुर समेत कई गांवों में आठ फरवरी को जहरीली कच्ची शराब ने जमकर कहर बरपाया था। इतना ही नहीं सहारनपुर के कई गांवों में जहरीली कच्ची शराब ने कई की जान ले ली थी। हरिद्वार और सहारनपुर जिले में जहरीली कच्ची शराब से मौत का आंकड़ा सौ के पार पहुंच गया था। सहारनपुर और हरिद्वार पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए इस मामले में 14 लोगों की गिरफ्तारी की थी।