एन.सी.सी स्थापना दिवस के अवसर पर घंघोड़ा देहरादून में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री शामिल होने के साथ साथ वार्षिक पत्रिका ‘‘संकल्प’’ का किया विमोचन
देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने शुक्रवार को घंघोड़ा, देहरादून में एन.सी.सी स्थापना दिवस कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने राष्ट्रीय स्तर पर शूटिंग चैपिंयनशिप, नौकायन स्पर्धा जीतने वाले कैडेटों एवं बैण्ड कम्पीटिशन में दूसरा स्थान प्राप्त करने वाले कैडेट को सम्मानित किया। इस अवसर पर उन्होंने एन.सी.सी की वार्षिक पत्रिका ‘संकल्प’ का विमोचन भी किया।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एन.सी.सी का उद्देश्य केवल सेना में जाने के लिए ही नहीं है, बल्कि एकता, अनुशासन व समन्वय के साथ कार्य करने की प्रेरणा इससे मिलती है। एन.सी.सी प्रशिक्षण में सांस्कारिक भाव विकसित होते हैं, जिसमें कैडेट में अपनत्व का भाव विकसित होता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक अनुशासित शक्ति के रूप में एन.सी.सी हमारे पास है, जिसका उपयोग समय-समय पर आवश्यकता पड़ने पर किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि उत्तरकाशी में एन.सी.सी की एक बटालियन खोलने के लिये संस्तुति दी गई है। उत्तराखण्ड के सीमांत जिलों चमोली एवं पिथौरागढ़ में भी एन.सी.सी बटालियन खोलने के लिए प्रयास किये जायेंगे। यह सौभाग्य की बात है कि गणतंत्र दिवस परेड में उत्तराखण्ड का एन.सी.सी बैण्ड को प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा।
अपर महानिदेशक एन.सी.सी मेजर जनरल सुधीर बहल ने कहा कि एन.सी.सी रक्षा सेवाओं के लिए ही नहीं बल्कि सभी के लिए लाभकारी है। एन.सी.सी का प्रशिक्षण व्यक्तित्व के विकास, जीवन कौशल के ज्ञान और चरित्र निर्माण में अहम भूमिका निभाता है। हमारा प्रयास है कि उत्तराखण्ड के एन.सी.सी कैडेट देश के युवाओं के लिए प्रेरणा स्रोत बनें। हमारे कैटेड ने अपने कौशल से उत्तराखण्ड का मान बढ़ाया है।
इस अवसर पर ब्रिगेडियर एस.पी.सिंह, निदेशक कर्नल प्रशांत सरकार, जसपाल सिंह नेगी आदि उपस्थित थे।