कोरोना वैक्सीन लगायें और एक स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ेंः स्वामी चिदानन्द सरस्वती
ऋषिकेश। ‘विश्व टीकाकरण सप्ताह’ प्रतिवर्ष अप्रैल के अंतिम सप्ताह में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य है कि सभी उम्र के लोगों को बीमारियों से सुरक्षा के लिए वैक्सीन के उपयोग को बढ़ावा देना है। खतरनाक बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करने के लिये टीकाकरण कर लाखों लोगों की जान बचायी जा सकती है। ऐसी कई बीमारियां है, जिनके टीके बनाकर उस पर नियत्रंण किया गया।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती जी ने कहा कि हम सभी के जीवन में कोरोना महामारी के कारण जो भयाावह स्थितियों का निर्माण हुआ उससे वैक्सीन का महत्व और भी बढ़ गया है। वैक्सीन लगायेगें और कोरोना भगायेगें यह सूत्र विश्व टीकाकरण सप्ताह 2021 के माध्यम से हम सभी के लिये है। सभी के जीवन को सुरक्षित रखने के लिये तथा दुनिया भर में टीकाकरण के महत्व को बढ़ावा देने के लिये जरूरी है कि हम सभी वैक्सीन लगायें और दूसरों से भी इसके लिये आग्रह करें।
स्वामी जी ने कहा कि भारत में बनी कोरोना की वैक्सीन पर विश्वास करेंय अफवाहों पर ध्यान न दें तथा वैक्सीन के प्रति अपनी स्वीकृति को बनाए रखें। आज समाज को विचारों के वैक्सीन की भी जरूरत है ताकि लोग नकारात्मकता से बचे रहें, सकारात्मक बने रहें और दूसरों को भी इसके लिये प्रेरित करें। भारत सरकार 45 वर्ष तक की आयु वर्ग के लोगों को निःशुल्क कोरोना वैक्सीन लगा रही है और 1 मई से 18 वर्ष तक के सभी लोगों को कोरोना की वैक्सीन लगायी जायेगी जो कि वास्तव में सराहनीय प्रयास है, इसका सभी लाभ उठायें। दुनिया में कोविड-19 वैश्विक महामारी के दौरान कई बच्चों का टीकाकरण नहीं हुआ, जिससे उन्हें खसरा और पोलियो जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा है इसलिये टीकाकरण के विषय में जनमानस को जागरूक करें, गलत सूचना प्रसारित न करें तथा कोरोना की रोकथाम के लिये टीकाकरण अवश्य करें। हम सभी मिलकर सार्वजनिक भलाई के लिये टीकाकरण हेतु एकजुटता प्रकट करें तथा समाज में विश्वास का निर्माण करें, जिससे सभी के जीवन की रक्षा हो सके। कोरोना हमारे और हमारे परिवार वालों के जीवन के लिए खतरा है उसके कारण हमारा विकास रूका हुआ है तथा लाखों लोगों की जान जा रही हैं इसलिये आईये हम सभी कोरोना वैक्सीन लगाकर एक स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ें।