भाजपा ने प्रियंका वाड्रा पर साधा निशाना
देहरादून। भाजपा ने प्रियंका वाड्रा की जनसभा पर निशाना साधते हुए, मां गंगा के तट पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है। साथ ही कहा, जो पार्टी अपने लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन की पोस्टर गर्ल को पिता के साथ कार्यालय से बाहर फेंक सकती हो, उनके नारी न्याय पर कोई भरोसा नहीं करने वाला है। जिन्होंने किसानों से किया 72 हजार रुपए का पिछला वादा, अपनी सरकारों में कभी पूरा नहीं किया, वे फिर महिलाओं के लिए 1 लाख का शिगूफा लेकर आए हैं। रिस्पना पुल स्थित पार्टी प्रदेश मीडिया सेंटर में पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय मीडिया टीम की सदस्य ममता काला ने प्रियंका वाड्रा द्वारा प्रस्तुत कांग्रेस के घोषणा पत्र को झूठ का पुलिंदा बताया है। इस मौके पर उन्होंने कहा, गंगा के पावन तट और देवभूमि में वह नारी न्याय की दुहाई दे रही थी और एक भी महिला को उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव लड़ने लायक नहीं समझा। इतना ही नहीं लड़की हूं लड़ सकती हूं कैंपेन की पोस्टर गर्ल अर्चना गौतम और उसके पिता को दिल्ली एआईसीसी कार्यालय से मारपीट कर बाहर निकलने का पाप भी कांग्रेस पार्टी ने हाल में किया, लेकिन वह कुछ नहीं बोली।
उनके वरिष्ठ नेता और राहुल के सलाहकार सुरजेवाला ने सोनिया गांधी की तरह उम्रदराज महिला सांसद हेमा मालिनी पर अश्लील टिप्पणी की, तो भी वह कुछ नहीं बोली। पार्टी की प्रवक्ता श्रीनेत्र ने मंडी से भाजपा महिला उम्मीदवार का मोल भाव लगाने वाली अपमानजनक पोस्ट की, लेकिन तब भी कांग्रेस की वह लड़की इस अन्याय के खिलाफ नहीं लड़ी। उनके भाई ने आदिशक्ति को समाप्त करने का संकल्प लिया तब भी वह खामोश रही। लिहाजा कांग्रेस पार्टी और प्रियंका वाड्रा के नारी न्याय पर अब किसी को भरोसा नहीं है।
उन्होंने कांग्रेस के न्याय पत्र की घोषणाओं की परत खोलते हुए कहा, जो कल हाथ जोड़कर कह रहे थे कि एक मौका हमें दे दो, हम प्रत्येक महिला को एक-एक लाख रुपए देंगे। हम पूछते हैं कि 55 साल तक सत्ता में रहने वाली कांग्रेस पार्टी के हाथ अब तक ऐसी मदद देने के लिए किसने बांधे हुए थे । उन्हें बताना चाहिए कि अपनी वर्तमान की तीन राज्य सरकारों और पूर्व की राज्य सरकारों में उन्होंने एक 1 लाख रुपए क्यों नहीं दिए। और इससे पूर्व 2019 के चुनाव में जो 72 हजार रुपए किसानों को देने का इन्होंने वादा किया था उसे इन्होंने अपनी राज्य सरकारों में क्यों नहीं लागू किया। बेहद स्पष्ट है कि ना 72 हजार देने थे और ना ही 1 लाख रुपए देने हैं। क्योंकि वह भी जानते हैं कि सरकार कांग्रेस की नही आने वाली है, इसलिए कुछ भी वादा कर दो ।
ममता ने प्रियंका गांधी द्वारा रामनगर के पास जंगल में एक मंदिर से लगाव की बात को देवभूमि की भावनाओं के साथ झूठा संबंध बनाने की कोशिश बताया। साथ ही आरोप लगाया कि जब असम के कामाख्या देवी मंदिर में जाते हैं तो फोटो वायरल हो जाती है लेकिन 13 वर्ष की उम्र से इस मंदिर में जाने के बाद भी एक फोटो आपने कभी नहीं सार्वजनिक की। वे बताए कितनी बार वे पहाड़ के सुदूर क्षेत्रों में लोगों की समस्याओं से परिचित होने गई। लिहाजा मात्र देहरादून घूमने आने से किसी का संबंध देवभूमि से नहीं हो सकता है। उन्हें अपने भाई राहुल एवं अन्य कांग्रेसी नेताओं की तरह सुविधावादी हिंदू बनने से बचना चाहिए। पत्रकार वार्ता में प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चैहान राष्ट्रीय अनुसूचित मोर्चे की पदाधिकारी स्वराज विद्वान, सह मीडिया प्रभारी राजेंद्र नेगी, प्रदेश प्रवक्ता हनी पाठक, सुनीता बौड़ाई, कमलेश रमन प्रमुख रूप से मौजूद रहे।