पुण्यतिथि पर भाजपाइयों ने पूर्व पीएम अटल जी को किया याद
देहरादून। भाजपा प्रदेश मुख्यालय में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई की पांचवीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भाजपाइयों ने श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने स्वर्गीय अटल बिहारी बाजपेई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि अटल बिहारी बाजपेयी जी को भारतीय राजनीति का अजातशत्रु कहा जाता था। इस सबके बीच अटल जी भारतीय राजनीति के एक ऐसे नेता रहे हैं जिन्होंने मजहबी तुष्टीकरण की राजनीति की आंधी के बीच हिन्दू, हिंदुत्व, भगवा जैसे शब्दों को न सिर्फ स्वयं गुंजायमान किया बल्कि इन्हें जनता की आवाज भी बनाया।
उन्होंने कहा कि वो आवाज जो आज भी कानों में गूंजती है, वो नाम जो भारत की फ़िज़ाओं में सदा ध्रुव तारे की तरह अटल रहेगा, वो व्यक्ति जो खुल कर कहता था कि ष्रग रग हिन्दू मेरा परिचयष्. यद्द्पि इस सत्य पर विश्वास करना बेहद कठिन है कि वो अब हमारे बीच मे नहीं है लेकिन उनके शब्द, उनकी शिक्षाओं, उनके जीवन दर्शन, उनकी जीवटता सदा-सदा के लिए भारत को प्रेरणा देती रहेगी। भारत को विश्वगुरु बनाने के लिए सतत प्रयास करने वाले श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी आज करोड़ों कार्यकर्ताओं के प्रेरणा पुंज है। इस अवसर पर प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय जी ने कहा कि स्वर्गीय अटल जी दृढ़ इछा शक्ति के व्यक्तित्व थे देश आज भी उस महापुरुष के उन शब्दों को याद करता है जिसमें उन्होंने खुले में कहा था कि – ष्अमेरिका क्या, संसार भले ही हो विरुद्ध, पर भारत का मस्तक नही झुकेगा। उन्होंने कहा कि उस काल खंड में हिन्दू, धर्म, हिन्दुत्व आदि की बातें करना भी उन्माद माना जाता था उस समय भारतीय राजनीति में नए विचार का सूत्रपात किया इस कारण उस समय उनको जोर जोर से साम्प्रदायिक शक्तियों में गिना जाने लगा और पीड़ित हिन्दुओ की आवाज उठाने की उनकी कोशिश को दंगाई मानसिकता बताया जाने लगा लेकिन दृढ़ इच्छा शक्ति के अटल को इसी विरोध ने मजबूती दी। अजेय जी ने कहा कि आज अटल जी भले ही हमारे बीच नहीं हैं लेकिन उनके विचार हमेशा हरेक हिंदुस्तानी के लिए प्रेरणा का कार्य करते रहेंगे। श्रद्धांजलि कार्यक्रम में प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार, राजेंद्र भंडारी प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ देवेंद्र भसीन, अनिल गोयल, पुष्कर सिंह काला, पुनीत मित्तल, कौशतुभा नंद जोशी, प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान, विनोद सुयाल, विनय गोयल, शेखर वर्मा, राजीव तलवार आदि अन्य कई पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।