आरएसएस ने गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का किया आयोजन
विकासनगर। नगर के एक वेडिंग प्वाइंट में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की ओर से गुरु दक्षिणा कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसमें मार्गदर्शक के तौर पर विभाग बौद्धिक प्रमुख मौजूद रहे। इस दौरान सनातन धर्म और संस्कृति के प्रचार प्रसार के लिए कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विचार विमर्श किया गया।
बौद्धिक प्रमुख उदयपाल सिंह ने बताया कि 1928 ई से गुरु पूर्णिमा के दिन से गुरु पूजन की परंपरा शुरू हुई। संघ ने अपने गुरु की जगह पर किसी व्यक्ति विशेष को मान न देते हुए परम पवित्र भगवा ध्वज को ही सम्मानित किया है। इसका कारण है कि व्यक्ति कितना भी महान क्यों न हो, फिर भी वह कभी भी स्थिर या पूर्ण नहीं रह सकता। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से प्रत्येक वर्ष गुरु दक्षिणा कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है। उन्होंने कहा कि जब भी देश में संकट आता है तो राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ सबसे पहले खड़ा होता है। इस दौरान नगर कार्यवाह ज्ञान सिंह राणा, पंकज किशोर गौड़, ललित, त्रिभुवन सेमवाल, हरीश बेंजवाल, विनय बंसल, संजू सकलानी, विजयपाल, संजय कंडारी, अनिल नौटियाल, राज, अशोक महावर आदि मौजूद रहे।