पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के माध्यम से पात्र बच्चों को फंड ट्रांसफर किए
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज वर्चुअल माध्यम से आयोजित कार्यक्रम में कोरोना काल में अनाथ हुए बच्चों को सशक्त बनाने के लिए पीएम केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के माध्यम से पात्र बच्चों को फंड ट्रांसफर किए। इस योजना के तहत अनाथ बच्चों के बैंक खातों में पीएम केयर्स फंड से छात्रवृत्ति भेजी गई। सरकार ने यह योजना पिछले साल 29 मई को लांच की थी। इसके तहत 11 मार्च, 2020 से 28 फरवरी, 2022 के बीच कोरोना महामारी के चलते अपने माता-पिता, कानूनी अभिभावक, दत्तक माता-पिता या माता या पिता में से किसी एक को खोने वाले बच्चों की मदद की जाती है।
आज एनआईसी सभागार देहरादून में पीएम केयर फाॅर चिल्ड्रन योजना के लाभार्थी बच्चों को जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने पासबुक एवं आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए। जिलाधिकारी डाॅ0 आर राजेश कुमार ने कहा कि पीएम केयर फाॅर चिल्ड्रन योजना के लभार्थियों को माननीय प्रधानमंत्री की मंशा के अनुरूप पीएम केयर से आच्छादित सभी बच्चों को शिक्षा, स्वास्थ्य, छात्रवृत्ति, उच्च कक्षाओं में प्रवेश के लिए किसी प्रकार की असुविधा होने नही दी जाएगी। आज एनआईसी सभागार आराध्या राना, अभिषेक गौड़, प्रिया जोशी, रिया भट्ट, सानवी राना, सम्राज सूद,शौर्य सूद, विवेक भट्ट को पासबुक एवं आयुष्मान कार्ड वितरित किए गए।
ज्ञातव्य है कि पीएम केयर फाॅर चिल्ड्रन योजना बच्चों को प्रॉफेशनल कोर्स के लिए उच्च शिक्षा के लिए एजुकेशन लोन चाहिए होगा, तो पीएम केयर्स उसमें भी मदद करेगा साथ ही रोजमर्रा की दूसरी जरूरतों के लिए अन्य योजनाओं के माध्यम से उनके लिए 4 हजार रुपए हर महीने की व्यवस्था भी की गई है। ऐसे बच्चे जब अपने स्कूल की पढ़ाई पूरी करेंगे, तो आगे भविष्य के सपनों के लिए और भी पैसों की जरूरत होगी। इसके लिए 18 से 23 साल के युवाओं को हर महीने स्टाइपेंड मिलेगा और जब आप 23 साल के होंगे तब 10 लाख रुपये बच्चों को एक साथ मिलेंगे।
योजना के तहत प्रत्येक बच्चे को 20 हजार रुपये की स्कालरशिप दी जाती है। इसके अलावा बच्चों को आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत पीएम केयर्स फार चिल्ड्रेन पासबुक और हेल्थ कार्ड भी प्रदान किया जाएगा। एनआईसी सभागार में इस दौरान महापौर नगर निगम देहरादून सुनील उनियाल गामा, स्थानीय विधायक खजानदास, जिला बाल विकास अधिकारी अखिलेश मिश्रा, सहित सामाजिक संस्थााओं के पदाधिकारी, सहित बच्चों के परिजन एवं अधिकारी, कार्मिक एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।