गुजरात एटीएस ने मंगलवार को कमलेश तिवारी हत्याकांड के दोनों आरोपित अशफाक और मोइन्नुद्दीन को गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से किया गिरफ्तार
अहमदाबाद। गुजरात एटीएस ने मंगलवार को कमलेश तिवारी हत्याकांड के दोनों आरोपित अशफाक और मोइन्नुद्दीन को गिरफ्तार किया है। इन दोनों पर कमेश तिवारी की हत्या का आरोप है। इन दोनों को गुजरात-राजस्थान बॉर्डर से गिरफ्तार किया गया। दोनों आरोपी सूरत के रहने वाले हैं। दोनों आरोपितों को गुजरात एटीएस जल्द ही यूपी पुलिस को सौंपेगी। गुजरात एटीएस के डीआइजी हिमांशु शुक्ला ने बताया कि दोनों वांछित आरोपितों को अशफाक और मोइनुद्दीन पठान को शामलाजी के पास गुजरात-राजस्थान सीमा से गिरफ्तार किया गया। गुजरात एटीएस को जानकारी थी कि वे गुजरात में प्रवेश करने जा रहे हैं। उसी आधार पर हमने अपनी टीम को सीमा पर तैनात किया और उन्हें पकड़ लिया गया।
फर्जी आईडी बनाकर कमलेश से की थी दोस्ती हिंदू समाज पार्टी के स्थानीय नेता ने बताया कि अशफाक ने रोहित सोलंकी के नाम से फेसबुक पर फर्जी आईडी बनाकर हिंदू नेता कमलेश तिवारी से दोस्ती की तथा मिलने का वक्त भी तय किया। तिवारी ने उसे 18 अक्टूबर को मिलना तय किया था और उसी दिन उनकी हत्या कर दी गई। इससे पता चलता है कि हत्यारों ने कमलेश तिवारी की वास्तविक लोकेशन के साथ फर्जी आईडी से मिलने का वक्त भी मुकर्रर कर ली थी। घटना के बाद से अशफाक के साथ फरीद उर्फ मोइनुद्दीन भी फरार हो गया था। फरीद इस हत्याकांड के मुख्य साजिश कर्ता रशीद खान पठान का छोटा भाई है। मौलाना मोहसिन और रशीद ने इनको हत्या के लिए उकसाया था।
मिठाई बॉक्स पर लिखा गया नंबर साबित हुआ अहम कड़ी हिंदू समाज पार्टी के नेता कमलेश तिवारी की 18 अक्टूबर को लखनऊ में हत्या की गई थी। हत्यारे सूरत में खरीद गई मिठाई के बॉक्स में हथियार लेकर आए थे, जो आरोपियों को पकड़ने में महत्वपूर्ण साबित हुआ है। एटीएस व क्राइब ब्रांच ने शुक्रवार मध्यरात्रि फिल्मी स्टाइल में लिबांयत से मुख्य आरोपित राशिद, सईज और फैजान को गिरफ्तार किया था। राशिद खान के लिंबायत इलाके में ग्रीन व्यू सोसायटी में रहता है। वह दर्जी है तथा कंप्यूटर का जानकार है। फैजान पठाण सूरत के लिंबायत इलाके में ही जिलानी पार्क में रहता है तथा साड़ी की दुकान पर काम करता है।