उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती, व वकील की हालत भी नाजुक
नई दिल्ली । उन्नाव सामूहिक दुष्कर्म मामले में पीड़िता का दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (All India Institute Of Medical Sciences) में इलाज चल रहा है। फिलहाल पीड़िता की हालत गंभीर बनी हुई है। ताजा जानकारी के मुताबिक, एम्स ट्रामा सेंटर में भर्ती पीड़िता को लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर रखा गया है। यहां पर उसका उच्च रक्त चाप कंट्रोल की दवा भी दी जा रही है। एम्स की तरफ से जारी हेल्थ बुलेटिन में डॉ. आरती विज ने बताया कि दुष्कर्म पीड़िता की हालत अभी भी नाजुक और स्थिर बनी हुई है। उनका ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने के लिए दवाएं दी जा रही हैं। फिलहाल उन्हें वेंटीलेटर पर रखा गया है। एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम के जरिए उनका इलाज किया जा रहा है। वहीं, मंगलवार को एम्स में इलाज के लिए लाए गए उनके वकील का भी इलाज शुरू किया गया है। उनके मस्तिष्क में कई चोट लगी हैं। उन्हें कई फ्रेक्चर भी हुए हैं। इस समय वह अचेत हैं और उनकी हालत भी नाजुक बनी हुई है। उनका इलाज भी कई चिकित्सकों की टीम द्वारा एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम के जरिए किया जा रहा है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता को बेहतर इलाज के लिए सोमवार को दिल्ली के एम्स लाया गया था। पीड़िता फिलहाल एम्स के ट्रामा सेंटर में भर्ती है, जहां उसका इलाज चल रहा है। पीड़िता की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है। वहीं, हादसे में बुरी तरह घायल पीड़िता के वकील को भी लखनऊ से लाकर एम्स में भर्ती कराया गया है, जहां पर उसकी भी हालत गंभीर है। इस बीच मंगलवार सुबह पीड़िता की मां से दिल्ली महिला आयोग (Delhi commission for women) की अध्यक्ष स्वाति जयहिंद से मुलाकात की। मुलाकात के दौरान स्वाति ने पीड़िता के परिजनों को मदद का भरोसा दिलाया है। बता दें कि पीड़िता को एयर एंबुलेंस की मदद से दुष्कर्म पीड़िता को लखनऊ से दिल्ली लाया गया था। इसके बाद इंदिरा गांधी एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 से उसे अस्पताल पहुंचाया गया। इस दौरान दिल्ली ट्रैफिक पुलिस ने करीब 13 किलोमीटर का ग्रीन कॉरिडोर बना रखा था, जिसके जरिये सिर्फ 18 मिनट में पीड़िता को अस्पताल में भर्ती कराया गया। मिली जानकारी के मुताबिक, एंबुलेंस दिल्ली एयरपोर्ट के टर्मिनल-1 से रात नौ बजे चली और एम्स ट्रामा सेंटर में रात नौ बजकर 18 मिनट पर पहुंच गई। इस दौरान पीड़िता को टर्मिनल-1 से थिम्मैया मार्ग, परेड मार्ग, जीजीआर, धौला कुआं लूप, रिंग रोड, मोती बाग फ्लाईओवर, हयात फ्लाईओवर और राजनगर फ्लाईओवर के नीचे से झंडू सिंह मार्ग से होते हुए आपातकालीन द्वार के जरिए अस्पताल लाया गया। इसके बाद पीड़िता को सोमवार रात ट्रामा सेंटर के आईसीयू में भर्ती किया गया।