उमा भारती ने दूनागिरि मंदिर में की पूजा-अर्चना
रानीखेत। पूर्व केंद्रीय मंत्री उमा भारती आध्यात्मिक प्रवास के लिए उत्तराखंड के रानीखेत और द्वाराहाट पहुंचीं। बुधवार सुबह उमा भारती द्वाराहाट के कुकुछीना पहुंची। रानीखेत में कार्यकर्ताओं ने बुधवार तड़के उनसे मुलाकात कर उनका स्वागत किया। वहीं कुकुछीना की तरफ जाते वक्त द्वाराहाट में भाजपा कार्यकर्ताओं ने भी उनके मुलाकात की और उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किए।
उमा भारती रानीखेत के सौंदर्य को देख अभिभूत नजर आईं। उन्होंने कहा कि वास्तव में देवभूमि में देवों का वास है। यहां आकर उन्हें अपार शांति मिलती है। कार्यकर्ताओं ने इस दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री को नगर और क्षेत्र की समस्याओं से अवगत कराया तथा रानीखेत को नगर पालिका बनाने की मांग भी रखी। उमा भारती ने कहा कि केंद्र और प्रदेश की सरकारें अच्छा कार्य कर रहीं हैं। इन विकास कार्यों को आम जनता तक पहुंचाने का काम कार्यकर्ताओं का है। महिला कल्याण समेत अन्य वर्गों के लिए सरकार ने तमाम योजनाएं चलाईं हैं। कार्यकर्ता ही संगठन की रीढ़ हैं। उन्हीं की बदौलत भाजपा विश्व की सबसे बड़ी पार्टी बनी है। इस दौरान जिला महामंत्री प्रेम शर्मा, नगर अध्यक्ष राजेंद्र जसवाल, महामंत्री ललित मेहरा, मोहन नेगी, चंदन भगत, हंसादत्त बवाड़ी, महिला मोर्चा अध्यक्ष रेखा पांडे, सीमा जसवाल, दीप्ति बिष्ट, चंपा भंडारी आदि मौजूद थे।
उमा भारती बुधवार सुबह दूनागिरि मंदिर पहुंची। मंगलीखान से उन्हें डोली में बैठाकर दूनागिरि मंदिर तक ले जाया गया। वहां पूजा और ध्यान करने के बाद दोपहर दो बजे कुकुछीना में गिरीश चंद्र जोशी के आवास पर उन्होंने भोजन किया। रात्रि विश्राम के लिए वह कुमाऊं मंडल विकास निगम के विश्राम गृह दुधोली लौट आईं। बृहस्पतिवार को वह महावतार बाबा की गुफा में जाएंगी। 2017 के दौरे पर उमा भारती यहां चार दिन रुकीं थीं। उन्होंने दूनागिरि, पांडवखोली, योगदा सत्संग सोसाइटी आश्रम, विमांडेश्वर मंदिर सहित कई मंदिरों में पूजा और ध्यान किया था। बुधवार सुबह द्वाराहाट से गुजरते वक्त भाजपा की महिला नेताओं ने उनसे संक्षिप्त मुलाकात कर उन्हें पुष्प गुच्छ भेंट किए। इसमें महिला मोर्चा जिलाध्यक्ष ममता भट्ट, नगर पंचायत अध्यक्ष मुकुल साह, भूपेंद्र कांडपाल, उमेश भट्ट, विनोद भट्ट, राजा साह, बीना चैधरी, जया रौतेला आदि थे। उमा भारती भी कार्यकर्ताओं से बड़ी आत्मीयता से मिली और उनका उत्साहवर्धन भी किया। वह बृहस्पतिवार को पांडवखोली और महावतार की गुफा में जाकर ध्यान लगाएंगी।