यूकेडी ने प्रदेश सरकार पर पर्वतीय जिलों की उपेक्षा का आरोप लगाया
विकासनगर। उत्तराखंड क्रांति दल की विकासनगर में हुई बैठक में प्रदेश के राजनैतिक हालात और जनता की समस्याओं पर चर्चा की गई। वक्ताओं ने प्रदेश सरकार पर पहाड़ी जिलों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए जल्द पूरे प्रदेश में परिवर्तन यात्रा निकाले जाने पर जोर दिया।
रविवार को डाकपत्थर रोड स्थित उक्रांद के निवर्तमान कार्यकारी अध्यक्ष सुरेंद्र कुकरेती के आवास पर दल के दिग्गज नेता एकत्र हुए। वरिष्ठ नेता और पूर्व काबिना मंत्री दिवाकर भट्ट ने कहा कि संगगठनात्मक तौर पर उक्रांद को मजबूत किया जाना जरूरी है। मजबूत संगठन होने पर ही प्रदेश के हितों के लिए आंदोलन शुरू किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार पहाड़ी जिलों की हर तरह से उपेक्षा कर रही है। जिससे पहाड़ी जिलों की जनता हताश है। सभी पहाड़ी जिलों में अभी भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। स्कूल, अस्पताल खाली पड़े हुए हैं। प्रदेश सरकार की कोई भी योजना पहाड़ी जिलों में धरातल पर नहीं उतर पाई है। पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष त्रिवेंद्र पंवार ने कहा कि पहाड़ी जिलों के हितों के लिए जल्द ही आंदोलन शुरू किया जाएगा, जिसमें युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण होगी। उन्होंने कहा कि दल को संगठनात्मक मजबूती देने के लिए युवाओं को दल से जोड़ा जाएगा। युवा विंग के नेतृत्व में ही परिवर्तन यात्रा निकाली जाएगी। उन्होंने कहा राज्य गठन की मूल अवधारणा को लेकर एक बार जनता के बीच जाना जरूरी है। राष्ट्रीय दलों ने राज्य गठन की मूल अवधारणा को छोड़ दिया है, अलग राज्य का वास्तविक लाभ पहाड़ी जिलों की जनता को नहीं मिला है। पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष बीडी रतूड़ी ने कहा कि प्रदेश को संवारने और जनता के हित की योजनाएं धरातल पर उतारने के लिए प्रदेश सरकार पर जनता के माध्यम से ही दबाव बनाया जाएगा। बैठक में सभी नेताओं ने प्रदेश और जनता के हित के लिए एकजुट होकर काम करने का निर्णय लिया। इस दौरान पछुवादून अध्यक्ष गणेश प्रसाद काला, केंद्रीय उपाध्यक्ष शैलेश गुलेरी, देवेंद्र कंडवाल, निवर्तमान केंद्रीय महामंत्री जय प्रकाश उपाध्याय, केंद्रीय महिला अध्यक्ष प्रमिला रावत, जयकृष्ण सेमवाल आदि मौजूद रहे।