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बारिश का कहरः पिता-पुत्र रामगंगा में बहे
अल्मोड़ा। मौलेखाल तहसील के मरचूला में रामगंगा नदी में नहाने उतरे मुरादाबाद निवासी पर्यटक पिता और पुत्र पानी के तेज बहाव में बह गए, जबकि छह परिजनों की जान बच गई। नदी में बहे पिता पुत्र की ढूंढखोज में स्थानीय गोताखोर लगे हैं। वहीं पौड़ी जिला प्रशासन को भी सूचित कर दिया गया है वहां बजरोटी में भी स्थानीय गोताखोरों की टीम लगाई गई है। ढूंढखोज के लिए रामनगर से एसडीआरएफ की टीम भी बुलाई गई है।
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के पूनम विहार बैंक कालोनी निवासी राजेश कुमार ( 30) पुत्र राम अवतार, पत्नी, दो बच्चों और भाई, उनकी पत्नी और दो बच्चों के साथ कार्बेट नेशनल पार्क से लगे मरचूला क्षेत्र में रविवार सुबह घूमने आए थे। करीब 11 बजे सभी आठ परिजन रामगंगा नदी में नहाने के लिए उतरे। ऊपरी क्षेत्रों में बारिश होने से एकाएक नदी में बाढ़ आ गई और पानी का बहाव तेज हो गया। छह परिजन तो किसी तरह नदी किनारे पहुंच गए, लेकिन राजेश कुमार से पुत्र कार्मिक (8) का हाथ छूटने से वह पानी के तेज बहाव में बहने लगा। पानी का बहाव इतना तेज था की रस्सी उनके हाथ से छूट गई। पिता ने पुत्र को बाहर निकालने का काफी प्रयास किया। दोनों काफी देर तक नदी के किनारे आने के लिए जूझते रहे। बाद में स्थानीय निवासी मुकेश भदोला और रोहित रस्सी लेकर उन्हें बचाने पहुंचे। उन्होंने रस्सी नदी में डाली राजेश और कार्मिक ने रस्सी पकड़ भी ली थी, लेकिन पानी का बहाव इतना तेज था की रस्सी उनके हाथ से छूट गई और पानी के तेज बहाव में पिता पुत्र बह गए। सूचना मिलने पर उपजिलधिकारी शिप्रा जोशी, तहसीलदार दलीप सिंह, थानाध्यक्ष धीरेंद्र पंत, राजस्व उप निरीक्षक कौशल चैहान आदि मौके पर पहुंचे। स्थानीय ग्रामीणों और गोताखोरो ने नदी में बहे पिता पुत्र की ढूंढखोज शुरू की लेकिन उनका कोई पता नहीं चल सका है। तहसीलदार दलीप सिंह ने बताया कि करीब पांच किमी आगे पौड़ी जिले की सीमा लगती है। वहां के प्रशासन को भी इस संबंध में सूचित कर दिया गया है। पौड़ी सीमा पर बजरोटी में वहां के स्थानीय गोताखोर नदी में बहे मुरादाबाद के पर्यटकों की खोजबीन में लगे हैं। उन्होंने बताया कि रामनगर से एसडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई है।