रांची के रातू में रामनवमी के जुलूस में हुए बवाल के बाद जनजीवन लौटा पटरी पर, हालात पर काबू
रांची। रांची के रातू में शनिवार को रामनवमी के जुलूस में हुए बवाल के बाद जनजीवन पटरी पर लौट रहा है। घटना के दूसरे दिन रविवार को दोनों समुदायों के लोगों ने रातू थाने में शांति के लिए बैठक की। इस दौरान रांची की एसडीओ गरिमा सिंह, डीडीसी दिव्यांशु झा व अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे। थाने में हुई बैठक में दोनों समुदायों से 11-11 सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। यह कमेटी उपद्रवियों की पहचान कर उनके नाम पुलिस को सौंपेगी। इसके बाद गांव में शांति के लिए शांति व सद्भावना मार्च निकाला गया। फिलहाल हुरहरी प्राथमिक स्कूल में एक बैठक चल रही। इसमें गिले-शिकवे दूर कर तनाव से बाहर निकलने के तौर-तरीकों पर चर्चा हो रही है। बता दें कि शनिवार को रातू स्थित हुरहुरी व झखराटांड़ गांवों में शनिवार की दोपहर उपद्रवियों ने सांप्रदायिक सौहार्द बिगाडऩे की कोशिश की। पुलिस की मौजूदगी के बावजूद एक समुदाय के लोगों ने रामनवमी जुलूस पर हमला किया। इससे माहौल बिगड़ गया। तीन घंटे तक दोनों समुदाय एक-दूसरे पर पथराव करते रहे। आगजनी हुई, गाडिय़ों व घरों में भी तोडफ़ोड़ हुई। एक घर को आग के हवाले कर दिया गया। उपद्रव के दौरान दोनों ओर से एक दर्जन से अधिक लोग जख्मी हुए हैं। इनमें केवल एक घायल को पुलिस ने अस्पताल में भर्ती कराया है।
ऐसे बिगड़ा माहौल
बोला एक पक्ष, धार्मिक स्थल के पास पहुंचते ही जुलूस पर हुई पत्थरबाजी एक समुदाय के लोगों ने बताया कि रातू के हुरहुरी से शनिवार की दोपहर करीब तीन बजे रामनवमी का जुलूस निकला था। गाजे-बाजे के साथ धार्मिक नारेबाजी करते हुए जुलूस में शामिल लोग हुरहुरी चौक होते हुए झखराटांड़ मंदिर के समीप स्थित मैदान में जा रहे थे। जैसे ही जुलूस हुरहुरी में एक समुदाय विशेष के धर्मस्थल के पास पहुंचा, दूसरे समुदाय के लोगों ने जुलूस पर पत्थरबाजी शुरू कर दी। इसके बाद ही माहौल बिगड़ा। इस दौरान वहां मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
दूसरे पक्ष का आरोप, पुलिस की मिलीभगत से जुलूस ने रूट बदला दूसरे समुदाय के लोगों ने बताया कि रामनवमी का जुलूस कभी भी उनके इलाके से नहीं गुजरता था। जुलूस का रूट बाड़ीटोला से होकर है। इसके बावजूद बाहरी तत्वों के बहकावे में आकर पुलिस की मिलीभगत से जुलूस को इस रास्ते में लाया गया। जुलूस में शामिल लोग गाना बजा रहे थे, नारेबाजी कर रहे थे। उन्हें रोका गया तो वे उलझ गए। आसपास के घरों में भी पत्थर चलाए। गाडिय़ां तोड़ दीं। एक घर में आग लगा दी। जुलूस के साथ पुलिस मौजूद थी, लेकिन उन्हें रोक नहीं सकी। इसके बाद ही माहौल बिगड़ा। जुलूस में शामिल लोग पत्थरबाजी कर रहे थे।
– दोपहर 3:00 बजे : रातू के हुरहुरी से रामनवमी जुलूस निकला।
– दोपहर 3:30 बजे : जुलूस हुरहुरी में एक समुदाय विशेष के धार्मिक स्थल के पास पहुंचा। दूसरे समुदाय ने जुलूस को रोका, पत्थरबाजी शुरू कर दी।
– दोपहर 4:00 बजे : माहौल बिगड़ा, दोनों तरफ से पथराव। गाडिय़ों के शीशे टूटे, एक घर में भी आगजनी।
– शाम 5:00 बजे : रांची से भारी संख्या में जवान मौके पर पहुंचे।
– शाम 5:30 बजे : पथराव जारी। दोनों समुदाय अपने-अपने इलाके में पारंपरिक हथियारों के साथ सड़क पर उतरे।
– शाम 06:00 बजे : एसपी ग्रामीण, एसपी यातायात, डीडीसी, डीएसपी मुख्यालय सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे।
– शाम 06.30 बजे : भीड़ को नियंत्रित कर रही पुलिस पर भी हमला। कई पुलिसकर्मी भी हुए चोटिल।
– शाम 07:00 बजे : कुछ देर के लिए पथराव का, फिर हुआ जारी। रात साढ़े नौ बजे तक रह-रहकर जारी।
– रात 9:45 बजे : पुलिस ने माहौल को किया नियंत्रित। लाउडस्पीकर से अधिकारी सबको अपने-अपने घरों में जाने का करते रहे आग्रह।
– रात 11:00 बजे : रातू का हुरहुरी व झखराटांड़ आसपास के मुहल्ले पुलिस के कब्जे में।