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राहुल गांधी के द्वारा भारत को दुष्‍कर्म की राजधानी बताने को लेकर चारों ओर हो रही आलोचना

नई दिल्‍ली । कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के भारत को दुष्‍कर्म की राजधानी (कैपिटल) बताने को लेकर आलोचना हो रही है। दिल्‍ली भाजपा के अध्‍यक्ष और उत्‍तर- पूर्वी दिल्‍ली से सांसद मनोज तिवारी ने इस बयान के लिए उनकी काफी आलोचना की।मनोज तिवारी ने कहा कि राहुल गांधी कभी भारत को कभी गर्वान्‍वित नहीं देख सकते या बना सकते हैं। समय-समय पर वह ऐसे बयान देता हैं जो उन्हें ‘मेंटली डिस्टर्ब’ दिखता है। उन्होंने पीएम के लिए गलत शब्दों का इस्तेमाल किया और उन्हें अदालत में माफी मांगनी पड़ी।बता दें कि हैदराबाद की बेटी के साथ दरिंदगी से देश में उबाल अभी ठंडा भी नहीं पड़ा था कि बर्बरता की शिकार हुई उन्नाव की बेटी की मौत ने सबको झकझोर कर रख दिया है। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने तो देश में महिलाओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा के लिए सीधे-सीधे प्रधानमंत्री मोदी को जिम्मेदार ठहरा दिया है।

      अपने संसदीय क्षेत्र में एक जनसभा में राहुल ने कहा कि आज देश में महिलाओं, अल्पसंख्यकों, आदिवासियों के खिलाफ हिंसा और अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं और इसका प्रमुख कारण यह है कि देश में जो व्यक्ति सत्ता में है वह हिंसा और निरंकुश शासन में यकीन करता है।राहुल गांधी ने कहा कि आप देख रहे हैं देश भर में हिंसा बढ़ गई है और कानून का राज नहीं रह गया है। महिलाओं के साथ दुष्कर्म, उत्पीड़न और छेड़खानी की खबरें रोज पढ़ने को मिल रही हैं। अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा बढ़ रही है और उनके खिलाफ नफरत फैलाई जा रही है। अनुसूचित जाति के लोगों के खिलाफ हिंसा और मारपीट की खबरें आ रही हैं। आदिवासियों पर अत्याचार बढ़ रहा है उनकी जमीन छीनी जा रही है। इस सबके लिए सत्ता में शीर्ष पर बैठा व्यक्ति है। अगर आप हिंसा और नफरत में यकीन नहीं करते हैं तब उम्मीद कर सकते हैं कि देश में हिंसा और नफरत नहीं फैलेगी।उन्होंने कहा कि यह दुनिया कभी नई दिशा, महात्मा गांधी, अहिंसा, प्यार और अपनत्व के लिए भारत की तरफ उम्मीद भरी नजरों से देखती थी। आज दुनिया कह रही है कि हमें अपनी महिलाओं के साथ व्यवहार करने नहीं आता, हम अपनी महिलाओं और बच्चियों की रक्षा नहीं कर पा रहे हैं। हम पर सवाल उठाए जा रहे हैं। ऐसा हो भी क्यों नहीं, उत्तर प्रदेश में जब भाजपा विधायक दुष्कर्म के मामले में आरोपी होता है तो प्रधानमंत्री उस पर एक शब्द नहीं बोलते। आज हालात ऐसे हो गए हैं कि दुनिया में भारत की पहचान दुष्कर्म की राजधानी के तौर पर होने लगी है।

इससे पहले, ‘बेटी को न्याय दो’ हैशटैग से ट्वीट कर राहुल ने उन्नाव की दुष्कर्म पीडि़ता को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि इस घटना से वह स्तब्ध और दुखी हैं। पीडि़त परिवार के प्रति उनकी पूरी संवेदना है।

बता दें कि उन्नाव में 23 वर्षीय दुष्कर्म पीडि़ता को पांच दिसंबर को तड़के जला दिया गया था। 95 फीसद जली अवस्था में पहले उसे लखनऊ में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में हालात खराब होने पर उसे एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल लाया गया था। लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका। शुक्रवार की देर रात को उसने दम तोड़ दिया।

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