प्रांतीय भौतिक चिकित्सा सेवा संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन का गठन हुआ, डॉ आलोक त्यागी को प्रदेश अध्यक्ष और डॉ मुनीश रस्तोगी को प्रदेश महासचिव चुना गया।
देहरादून। रविवार को राजधानी के निजी होटल में प्रांतीय भौतिक चिकित्सा सेवा संघ के द्विवार्षिक अधिवेशन का गठन हुआ। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि डीजी हेल्थ डॉ विनीता शाह ने भी प्रतिभाग किया। संघ में नयी कार्यकारिणी का विस्तार हुआ। जिसमें निर्विरोध डॉ आलोक त्यागी को फिर से प्रदेश अध्यक्ष और डॉ मुनीश रस्तोगी को प्रदेश महासचिव चुना गया।
मुख्य अतिथि डॉ विनीता शाह ने कहा कि भौतिक चिकित्सा एक महत्वपूर्ण चिकित्सा पद्धति है जिसकी आवश्यकता जीवन में बहुत ज़रूरी है साथ ही डीजी हेल्थ ने कहा कि शीघ्र ही प्रदेश के सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में फिजियोथेरेपिस्ट के पदों का सृजन शासन स्तर पर कराया जाएगा।
प्रदेश अध्यक्ष और महासचिव ने महानिदेशक का कार्यक्रम में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया और संघ की माँगों को सीएचसी लेवल तक पहुँचाने और स्वीकारने के लिए भी आभार जताया।
प्रदेश अध्यक्ष डॉ आलोक त्यागी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसे महिला सशक्तीकरण को बढ़ावा दे रहे है और सरकार की सभी योजनाएँ महिलाओं सशक्त करने में मददगार साबित हो रही हैं. तो उसी क्रम में हमनें कार्यकारिणी में दो महिला उपाध्यक्ष को भी ज़िम्मेदारी दी है।कुमाऊँ और गढ़वाल में दो महिलाओं को संघ ने नियुक्त किया है। गढ़वाल में डॉ आभा बिष्ट और कुमाँऊ में डॉ मीनाक्षी जोशी को ज़िम्मेदारी दी है। डॉ त्यागी ने बताया कि गढ़वाल कुमाऊँ में प्रवक्ता भी रखे गए है। डॉ प्रमोद ओझा कुमाँऊ और डॉ गौरव गुलाटी गढ़वाल देखेंगे।संयुक्त सचिव डॉ सुनील चंद ठाकुर रहेंगे।
डॉ आलोक ने कहा कि यह उनके लिए हर्ष का विषय है। एक बार फिर से संघ के साथियों ने उनके नेतृत्व में आस्था जताई, डॉ त्यागी ने कहा कि फिजियोथैरेपिस्ट की ओर से फिजियोथेरेपी चिकित्सक व छात्रों के उत्थान व जन कल्याण के कार्य निरंतर किए जाते रहे हैं, उन्हें इसी तरीके से जारी रखा जाएगा।
कार्यकारिणी सदस्य- डॉ आशीष सवाई , डॉ वर्षा आर्या, डॉ पूर्णिमा वर्मा, डॉ शिल्पा पाठक , डॉ शिवांग शर्मा और अरुण बर्थवाल।
कार्यक्रम में संरक्षक डॉ एस के त्यागी , डॉ रमेश शाह वरिष्ठ उपाध्यक्ष , डॉ उदयन कुमार उपाध्यक्ष , डॉ ए के लसियाल कोषाध्यक्ष , डॉ वसुधा वर्मा सम्प्रेषक , डॉ विकास धस्माना संगठन मंत्री मौजूद रहे।