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पेटीएम ने ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने का किया फैसला

देहरादून। पेटीएम ने पूरे देश में सभी पंजीकृत एनजीओ को 0 प्रतिशत ट्रांजैक्शन फीस पर अपने पेमेंट गेटवे की सेवा देने की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य उन संगठनों को त्वरित, निर्बाध और सुचारू कोविद राहत कार्य के लिए अधिकतम संसाधन सुरक्षित करने में मदद करना है यह सेवा 10 लाख रुपये तक के दान पर लागू होगी। इस कदम से एनजीओ को लेन-देन शुल्क के मद में लाखों रुपये की बचत होगी, जिसका उपयोग वे महामारी से प्रभावित लोगों को अधिक सहायता और राहत प्रदान करने के लिए कर सकेंगे।
एनजीओ को जल्द से जल्द डिजिटल भुगतान के सभी विकल्पों को तुरंत स्वीकार करने में मदद करने के लिए कंपनी तत्काल अकाउंट एक्टिवेशन और एक ही दिन में सेटलमेंट की सुविधा के साथ-साथ सेटअप और मेंटेनेंस पर शून्य शुल्क की पेशकश कर रही है। कोविड की वजह से पैदा हुई इस अभूतपूर्व स्थिति के दौरान कंपनी यह सुनिश्चित करना चाहती है कि जो एनजीओ महामारी प्रभावित लोगों को भोजन, दवाइयां, ऑक्सीजन सिलेंडर मुहैया कराते हुए उनकी मदद के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं, उन्हें इसके लिए जागरूक नागरिकों की तरफ से मिल रही योगदान राशि को प्राप्त करने के लिए 2-3 दिनों तक इंतजार न करना पड़े। पेटीएम ऑल-इन-वन पीजी सेवा के जरिए एनजीओ को उसी दिन रकम मिल जाती है, जिस दिन उसे दान किया जाता है और फिर इसकी मदद से वे तत्काल संसाधनों के इस्तेमाल में जुट जाते हैं। पेटीएम के प्रवक्ता ने कहा कि, “भारत में एनजीओ हमेशा से ही सामाजिक कल्याण का अभिन्न हिस्सा रहा है। जारी महामारी के दौरान उन्होंने लाखों लोगों को खाना, स्वास्थ्य सेवा, मौद्रिक सहयोग और अन्य सुविधाएं मुहैया कराते हुए काफी अहम भूमिका निभाई है। इस मामले में हमने अपनी भूमिका निभाते हुए उन्हें तुरंत, आसानी से और बिना किसी देरी के फंड उपलब्ध कराए जाने की कोशिश की है। हमारा मकसद एनजीओ को लाखों लोगों की मदद के दौरान सहायता पहुंचाना है ताकि वह ज्यादा से ज्यादा लोगों की जिंदगी सुरक्षित कर सकें।”

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