पालघर में संतों की हत्या से आहत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कानून व्यवस्था पर उठाए सवाल
नई दिल्ली । महाराष्ट्र के पालघर में दो संतों की हत्या से आत संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कानून व्यवस्था पर सवाल उठाए। रविवार को अपने बौद्धिक संबोधन के दौरान भागवत ने कहा कि इस हत्या का दुख हम सबके मन में है। धर्म का आचरण और लोगों का उपकार करने वाले दो साधुओं की नृशंस हत्या हो गई, लेकिन पुलिस क्या कर रही थी? क्या यह कृत्य होना चाहिए था। उन्होंने कहा कि 28 अप्रैल को इन संतों को श्रद्धांजलि देने के लिए हिंदू धर्म आचार्य सभा ने आह्वान किया है। विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने भी कार्यक्रम दिया है। धैर्य रखकर सारी बातें करनी हैं। इस घटना को लेकर तमाम सवालों और द्वेष की भावना अलग कर सेवा कार्य में लगे रहना है। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने इस हत्याकांड को साजिश बताते हुए कहा कि इसमें वामपंथ का हाथ है। ऐसे में इसे लेकर देशभर में जनजागरण का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में भारतीय धर्म धाराओं सिख, जैन व बौद्ध को भी साथ लाने का प्रयास होगा।
दिवंगत संतों को श्रद्धांजलि देने का कार्यक्रम बता दें कि 28 अप्रैल को देशभर के संत समाज व विहिप ने दिवंगत संतों को श्रद्धांजलि देने और विरोध का कार्यक्रम रखा है। इस दिन आदि शंकराचार्य, रामानुजाचार्य व संत सूरदास का जन्मदिवस भी है। विहिप के केंद्रीय महामंत्री मिलिंद परांडे ने इस हत्याकांड को साजिश बताया है। ऐसे में इसे लेकर देशभर में जनजागरण का अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में भारतीय धर्म धाराओं सिख, जैन व बौद्ध को भी साथ लाने का प्रयास होगा।
भीड़ ने की थी हत्या गौरतलब है कि अभी हाल में महाराष्ट्र के पालघर में दो साधुओं की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी। आरोप है कि मौके पर पुलिस थी लेकिन साधू को बचाने का प्रयास नहीं किया गया। हालांकि इस मामले में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कह चुके हैं कि दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी।