मुंबई हमले में था पाकिस्तान का हाथ:- नवाज शरीफ
इस्लामाबाद । मुंबई हमले के पीछे पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ होने के भारत के दावे पर अब पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने भी मुहर लगा दी है। डॉन अखबार को दिए साक्षात्कार में उन्होंने कहा है कि पाकिस्तानी आतंकियों ने ही 2008 में मुंबई में नरसंहार किया था। उस भयंकर आतंकी हमले में 166 भारतीय और विदेशी नागरिक मारे गए थे। शरीफ का यह साक्षात्कार शनिवार को प्रकाशित हुआ है। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री ने पूछा कि क्या हम आतंकियों को सीमा पार करने और मुंबई में डेढ़ सौ लोगों को मारने की इजाजत दे सकते हैं? इस बात को समझाइये मुझे? शरीफ ने पूछा कि आखिरकार हम क्यों नहीं इस मामले की सुनवाई पूरी कर सके? हमले में शामिल लोगों को सजा क्यों नहीं दी जा सकी? यह पूरी तरह से अस्वीकार्य है। यह एक ऐसा मामला है, जिससे हमें जूझना पड़ रहा है। रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने हमें इसके बारे में टोका। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने हमें इसके बारे में कहा। उल्लेखनीय है कि भारत 10 पाकिस्तानी आतंकियों के मुंबई हमले में शामिल रहने का आरोप लगाता रहा है। भारत के मुताबिक, पाकिस्तानी आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने इस आतंकी हमले की साजिश रची थी। पाकिस्तानी आतंकी कसाब को जिंदा पकड़ लिया गया था और अदालत के फैसले के बाद उसे फांसी दे दी गई थी। उस आतंकी वारदात के चलते भारत और पाकिस्तान एक समय युद्ध के करीब पहुंच गए थे। हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और मसूद अजहर के जैश-ए-मुहम्मद का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में आतंकी संगठन सक्रिय हैं। सेना की दखलअंदाजी और बेलगाम आतंकी संगठनों की ओर इशारा करते हुए शरीफ ने कहा कि आप एक ऐसे देश को नहीं चला सकते हैं, जहां दो या तीन समानांतर सरकारें हैं। इसे रोकना होगा। देश में सिर्फ एक सरकार होनी चाहिए। संवैधानिक सरकार।
अलग-थलग पड़ गया है पाक प्रधानमंत्री पद से अपने त्यागपत्र के बारे में पूछे जाने पर शरीफ ने कोई सीधा जवाब नहीं दिया। उन्होंने कहा कि दुनिया में पाकिस्तान अलग-थलग पड़ गया है। कुर्बानी देने के बावजूद हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। अफगानिस्तान की बात सुनी जा रही है, लेकिन हमारी नहीं। हमें इस तरफ जरूर ध्यान देना होगा। बताते चलें कि भ्रष्टाचार के एक मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद शरीफ को पद से त्यागपत्र देना पड़ा था।
मुंबई हमले में मारे गए 166 लोग 26 नवंबर 2008 को लश्कर-ए-तैयबा के 10 आतंकवादी मुंबई के ताज होटल में घुस गए थे। आतंकियों ने चार दिन तक होटल को कब्जे में रखा था। इस हमले में करीब 166 लोगों मारे गए थे, जबकि 300 लोग घायल हो गए थे।
पनामा पेपर में गई नवाज की कुर्सी पनामा पेपर लीक मामले में नवाज शरीफ का नाम आने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने पिछले साल 28 जुलाई को उन्हें दोषी पाया था। जिसके बाद उन्हें प्रधानमंत्री पद के लिए अयोग्य घोषित करार दिया गया। नवाज शरीफ को पीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा था। साथ ही इसके बाद अप्रैल में पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने शरीफ पर आजीवन चुनाव लड़ने पर रोक लगा दी।