मुख्य सचिव ने सचिवालय परिसर में आयोजित ‘नववर्ष शुभकामनाएं’ कार्यक्रम में वर्ष 2020 की बधाई एवं शुभकामनाएं दी
देहरादून। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह ने सचिवालय परिसर में आयोजित ‘नववर्ष शुभकामनाएं’ कार्यक्रम में समस्त अधिकारियों एवं कर्मचारियों को नववर्ष 2020 की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। उन्होंने समस्त प्रदेश वासियों की समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की, उन्होंने कहा कि सचिवालय एक सर्वोच्च प्रशासनिक संस्था है, जिसके सहयोग से 2019 में प्रदेश ने हिमालयी एवं पूर्वोत्तर राज्यों में गुड गवर्नेस में दूसरा स्थान प्राप्त किया है, जो एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने अपील की कि नये वर्ष में और अधिक लगन एवं जोश से कार्य करें जिससे राज्य को प्रथम स्थान प्राप्त हो। उन्होंने विश्वास जताया, कि आगामी वर्ष 2020 में उनके सहयोग से प्रदेश हिमालयी एवं पूर्वोत्तर पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में प्रथम राज्य का स्थान प्राप्त कर लेगा। उन्होंने कहा कि वर्ष 2019 में केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखण्ड को खाद्यान्न उत्पादन श्रेणी-2 में उत्कृष्ठ प्रदर्शन के लिए कृषि कर्मण पुरस्कार दिया गया, जो सभी के प्रयासों से संभव हो पाया।
मुख्य सचिव ने कहा कि सचिवालय एक सर्वोच्च प्रशासनिक इकाई है, जहां आम जनता के प्रवेश होते ही उन्हें अनुभव होना चाहिए, कि वे शीर्ष संस्थान में आए हैं। उन्होंने इस बात को ध्यान में रखते हुए समस्त कार्मिकों से ऐसी कार्यशैली से कार्य करने को कहा, जिससे आम आदमी को ससमय राहत मिले तथा अंतिम व्यक्ति को योजनाओं का लाभ प्राप्त हो सके। उन्होंने कार्मिकों की समस्याओं के समाधान के लिए शीघ्र बैठक बुलाने का भी आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में उत्तराखण्ड सचिवालय संघ के अध्यक्ष दीपक जोशी ने सचिवालय कर्मियों की मांगों की ओर मुख्य सचिव का ध्यान आकृष्ट किया और शीघ्र वार्ता बुलाने का अनुरोध किया। कार्यक्रम का संचालन करते हुए महासचिव सचिवालय संघ राकेश जोशी ने कहा कि मुख्य सचिव का कार्मिकों के प्रति सौहार्द पूर्ण नजरिया रहा है, तथा संघ द्वारा सचिवालय प्रशासन के कार्यों यथा प्लास्टिक मुक्त वातावरण निर्माण, स्वच्छता कार्यक्रम आदि में सक्रिय सहयोग दिया गया है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए महा सचिव, सचिवालय संघ जोशी ने कार्मिकों की समस्या के निदान हेतु मुख्य सचिव से अनुरोध किया। कार्यक्रम में संघ के उपाध्यक्ष संदीप मोहन ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर वित्त सचिव अमित नेगी, पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर, सचिव वन अरविन्द सिंह ह्यांकी, प्रभारी सचिव बीएस मनराल, प्रभारी सचिव आशीष श्रीवास्तव, अपर सचिव विनोद कुमार सुमन सहित अपर सचिवों, संयुक्त सचिवों, उपसचिवों एवं कार्मिकों ने नववर्ष की शुभकामनाएं दी।
इससे पूर्व मुख्य सचिव को उनके कक्ष में विभिन्न विभाग के अधिकारियों, बैंकर्स एवं मुख्य सचिव स्टाफ द्वारा नव वर्ष की शुभकामनाएं दी गयी। स्टेट बैंक के उप महाप्रबंधक बीएल सैनी के नेतृत्व में सहायक महा प्रबंधक श्री आर.के पंत, वरिष्ठ शाखा प्रबंधक सचिवालय श्री एफ.एस रावत द्वारा उन्हें पुष्प गुच्छ देकर नववर्ष की शुभकामना दी गयी। पंजाब नेशनल बैंक के महाप्रबंधक आर.डी सेवक द्वारा पुष्प गुच्छ देकर नववर्ष की शुभकामनाएं दी गयी।
इलैक्ट्रानिक मीडिया से वार्ता के दौरान मुख्य सचिव ने प्रदेश वासियों एवं पत्रकार बंधुओं को नववर्ष की शुभकामनाएं देते हुए उनकी समृद्धि एवं खुशहाली की कामना की। उन्होंने इलैक्ट्रानिक मीडिया को दिये गये साक्षात्कार के दौरान कहा कि वर्ष 2020 में उत्साह से कार्य किया जायेगा। उन्होंने चारधाम ऑल वेदर रोड़ की प्रगति पर विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि कनेक्टिविटी उत्तराखण्ड सरकार की प्राथमिकताओं में है, जिसके लिए कर्णप्रयाग- रेलवे लाइन परियोजना की समस्त अड़चनों को दूर कर दिया गया है, इससे ऋषिकेश-कर्णप्रयाग रेलवे लाइन परियोजना में गति आई हैं। उन्होंने कहा कि वाह्य सहायतित परियोजनाओं में जमरानी बांध परियोजना को मूर्त रूप देने के लिए सरकार ने गंभीरता से कोशिश की। स्मार्ट सिटी देहरादून परियोजना में देहरादून शहर के कवरेज क्षेत्र के विस्तार में भी केन्द्र से स्वीकृति मिली है। तथा कनेक्टिविटी को ध्यान में रखते हुए ऑल वेदर रोड़ परियोजना में कुमाऊं क्षेत्र तथा गढ़वाल के दूरस्थ क्षेत्रों को जोड़ने का काम किया जा रहा है, ताकि दूरस्थ इलाकों में जहां एक ओर पर्यटन व्यवसाय से युवाओं को रोजगार मिलेगा वहीं पर्वतीय इलाकों में होने वाले स्थानीय उत्पादों को बाजार मिलेगा तथा ग्रामीणों को मार्केटिंग की सुविधा मिलेगी, उन्होंने बताया, कि प्रदेश के बड़े कस्बों को हेलीसेवाओं से जोड़ने की कोशिश जारी है। इस क्रम में 2019 में पिथौरागढ़ को हवाई सेवा से जोड़ा गया है। उन्होंने कहा कि छोटे गांवों को भी पीएमजीएसवाई योजना से जोड़ने का काम तेजी से चल रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार वन्य जीवों के संरक्षण हेतु प्रयत्नशील है, और जिसके कारण जंगली जानवरों की संख्या में बढ़ोत्तरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि विकास के कारण नगरों के विस्तार से मानव एवं वन्य जीव में संघर्ष बढ़ने की संभावना होती है, प्रदेश सरकार ने पारस्परिक संतुलन बनाने के लिए अनेक कदम उठायें हैं। उन्होंने केदारनाथ धाम की अद्यतन प्रगति पर भी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पर्वतीय क्षेत्रों में चिकित्सकों की अधिक तैनाती की गयी है तथा सरकार के प्रयासों से संस्थागत प्रसव, मातृत्व मृत्यु दर, शिशु मृत्यु दर, बालिका लिंगानुपात, टीकाकरण आदि हेल्थ इंडेक्स में बहुत सुधार हुआ है।