महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लंबी चलेगी, सभी लोग गंभीरता से लें
मुंबई। मुंबई के बांद्रा में हजारों लोगों के सड़क पर उतरने कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है।स्थिति को देखते हुए सीएम उद्धव ठाकरे ने आनन-फानन में प्रेस कांफ्रेस बुलाई। इस संबंध में महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई लंबी चलेगी।कोरोना के खिलाफ लड़ाई को सभी लोग गंभीरता से लें। प्रधानमंत्री मोदी ने संबोधित किया कि लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाया जाएगा। मैंने भी यही सलाह दी थी और इसके लिए पीएम मोदी का आभार। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र संभवत सबसे ज्यादा टेस्ट कर रहा है। मुंबई ने 22000 से अधिक नमूनों का टेस्ट किया है जिसमें से आज सुबह तक 2334 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। 230 लोग-लगभग 10 फीसद लोग ठीक हो चुके हैं। हमारे पास 10 जिले हैं जिनमें शून्य कोरोना पॉजिटिव मामले हैं। हम इसे बनाए रखेंगे और कोशिश करेंगे कि सभी जिले जल्द से जल्द कोरोना मुक्त हों।
बता दें कि कोरोना के कारण लागू लॉकडाउन को मुंबई के बांद्रा की एक घटना ने फेल कर दिया है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में हजारों लोग इकट्ठा हो गए और घर भेजने की मांग करने लगे। देश को हिला देने वाली इस घटना के बाद सवाल उठ रहा है कि उद्धव ठाकरे की सरकार क्या कर रही है? लगातार मामले बढ़ने के बावजूद उद्धव ठाकरे की सरकार कोई ठोस रणनीति नहीं पेश कर पाई है। लॉकडाउन लागू होने के बावजूद इतनी भीड़ जुटने के बाद विपक्षी भारतीय जनता पार्टी ने इसे षड्यंत्र बताया है। सवाल उठता देश मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को सामने आना पड़ा।
देवेंद्र फडणवीस ने कहा- घटना बहुत ही गंभीर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा कि बांद्रा में हुई घटना बहुत ही गंभीर है। हम पहले दिन से सरकार को बता रहे हैं कि जो प्रवासी मजदूर हैं जिनके पास राशन कार्ड नहीं है उनकी व्यवस्था सरकार को करनी होगी। सरकार ये व्यवस्था करने में असफल रही है। बांद्रा जैसी जगह पर सरकार की नाक के नीचे इतने बड़े पैमाने पर मजदूर इकट्ठा होकर कहते हैं कि हमें या तो खाना दीजिए या तो वापिस जाने दीजिए। मैं सरकार से निवेदन करता हूं कि सबसे पहले ऐसे लोगों की सुध ले।