कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए केंद्र सरकार ने चीन से अपने नागरिकों को निकालने की कवायद की तेज
नई दिल्ली । चीन में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए केंद्र की मोदी सरकार ने अपने नागरिकों को निकालने की कवायद तेज कर दी है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हमने चीन की सरकार से गुजारिश की है कि वह हुबेई से भारतीयों को निकालने के लिए दो विमानों के प्रवेश की इजाजत दे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने यह भी बताया कि बीजिंग में भारतीय दूतावास जमीनी मदद के लिए चीनी अधिकारियों से लगातार संपर्क में है। वहीं बीजिंग स्थित भारतीय दूतावास ने हुबेई में मौजूद भारतीय नागरिकों की मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। दूतावास ने कहा है कि जिन नागरिकों ने हमसे अभी तक संपर्क नहीं किया है वे तुरंत हमारी हॉट लाइन के इन फोन नंबरों (+8618610952903, +8618612083629, +8618612083617) पर संपर्क करें। यही नहीं दूतावास की ओर से चीन में फंसे नागरिकों के लिए एक ई-मेल आईडी helpdesk.beijing@mea.gov.in भी जारी की है ताकि वे दूतावास से समय रहते संपर्क कर सकें जिससे उन्हें निकाला जा सके।
चीन ने दिया मदद का भरोसा इस बीच, चीन ने कहा है कि वह भारत समेत दुनिया के अन्य देशों को अपने नागरिकों को निकालने में हर तरह की सहायता देगा। भारत की एयर इंडिया और इंडिगो समेत दुनिया के तमाम देशों की एयरलाइंसों ने चीन के लिए अपनी उड़ानें बंद करनी शुरू कर दी है। एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बुधवार को कहा है कि दिल्ली-शंघाई रूट पर विमान सेवा 31 जनवरी से 14 फरवरी तक सस्पेंड कर दी गई है। इसके अलावा सभी कर्मियों को एन95 मास्क लगाने के साथ ही अत्यधिक सतर्कता बरतने को कहा गया है। इंडिगो ने भी बेंगलुरु-हांगकांग रूट पर एक फरवरी से और दिल्ली-चेंग्दू रूट पर एक से 20 फरवरी तक उड़ानों पर रोक लगाने का फैसला किया है।
सरकार ने जारी की एडवाइजरी केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नई एडवाइजरी जारी कर लोगों से चीन जाने से बचने को कहा है। चीन जाने की स्थिति में अपने स्वास्थ्य पर ध्यान रखने को कहा गया है। मंत्रालय में विशेष सचिव संजीव कुमार ने बुधवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए विभिन्न राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों के साथ बैठकर हालात की समीक्षा की। जबकि, एहतियात के तौर पर देश में 21 हवाईअड्डों पर चीन और संबंधित देशों से आने वाले यात्रियों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। मालूम हो कि कोरोना वायरस का केंद्र माना जा रहा वुहान हुबेई प्रांत की राजधानी है।
मणिपुर में हवाईअड्डे व सीमा चौकियों पर चिकित्सकर्मी तैनात मणिपुर सरकार ने इंफाल एयरपोर्ट के साथ ही म्यांमार और दक्षिणी चीन से लगने वाले सीमावर्ती शहरों मोरेह और बहियांग के साथ ही असम के सिलचर से लगते जिरिबम व माओ में प्रवेश मार्गो पर चिकित्साकर्मियों को तैनात कर दिया है। बाहर से आने वाले लोगों की जांच की जा रही है। अरुणाचल प्रदेश ने भी चीन से लगने वाले चांगलांग जिले के सीमावर्ती क्षेत्रों में प्रशासन को सतर्क किया है।
तेलंगाना ने केंद्र से मांगे किट्स तेलंगाना सरकार ने कोरोना वायरस से पीडि़त संदिग्ध मामलों की जांच के लिए केंद्र सरकार से मेडिकल किट्स की मांग की है। फिलहाल इस तरह के किट्स पुणे स्थित राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान को भेजे जा रहे हैं, जहां संदिग्ध मामलों के सैंपल की जांच की जा रही है। वहीं, गुजरात सरकार ने कहा है कि उसके राज्य में अभी तक कोरोना वायरस से पीडि़त एक भी मामले की पुष्टि नहीं हुई है।
महाराष्ट्र में संदिग्ध कोरोना के मामले बढ़कर नौ हुए महाराष्ट्र में कोरोना वायरस से पीडि़त संदिग्ध लोगों की संख्या नौ हो गई है। 21 जनवरी को वुहान से लौटे मुंबई के एक 49 वर्षीय व्यक्ति को कोरोना वायरस से मिलते जुलते लक्षण पाए जाने पर 24 जनवरी को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं ब्रिटेन की एक यूनिवर्सिटी के अध्ययन में कहा गया है कि भारत दुनिया के उन 30 देशों में शामिल है, जिनके कोरोना वायरस की चपेट में आने का सबसे ज्यादा खतरा है। इस सूची में थाईलैंड पहले, जापान दूसरे, हांगकांग तीसरे, अमेरिका छठे, ऑस्ट्रेलिया 10वें, ब्रिटेन 17वें और भारत 23वें स्थान पर है।