मुख्य सचिव मारपीट मामले में पूछताछ के लिये केजरीवाल के घर पहुंची पुलिस
नई दिल्ली । दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव अंशु प्रकाश मारपीट मामले में पुलिस मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पूछताछ करने के लिए सीएम के सिवल लाइन्स स्थित घर पहुंची है। पुलिस की टीम में चार से पांच इंस्पेक्टर व एक एसीपी मौजूद हैं साथ ही वीडियोग्राफी के लिए एक टीम भी सीएम आवास पहुंची है। उत्तरी जिला पुलिस ने सीएम केजरीवाल को नोटिस जारी कर कहा था कि शुक्रवार सुबह 11 बजे मुख्य सचिव अंशु प्रकाश मामले में उनसे पूछताछ की जानी है। बता दें कि उस समय वह कहां मौजूद रहेंगे, अपने घर या सचिवालय में। उनकी सुविधानुसार पुलिस वहीं जाकर पूछताछ करेगी।
केजरीवाल ने दिया जवाब केजरीवाल ने बुधवार शाम को लिखित में जवाब देते हुए कहा थ कि सुबह 11 बजे वह पहले से निर्धारित कुछ जरूरी कार्यक्रम की वजह से कहीं भी समय नहीं दे पाएंगे। शाम पांच बजे वह अपने कैंप कार्यालय में मौजूद रहेंगे। पुलिस वहां आकर पूछताछ कर सकती है। पत्र में मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि पूछताछ के दौरान वह पूरे मामले की खुद वीडियो रिकॉर्डिंग कराएंगे। अगर पुलिस इसके लिए तैयार नहीं है तो वह खुद वीडियो रिकॉर्डिंग कराए और पूछताछ खत्म होने पर रिकार्डिंग की सीडी उन्हें दी जाए।
सीएम को वीडियो रिकॉर्डिंग की सीडी नहीं दी जाएगी इस पर उत्तरी जिले के एडिशनल डीसीपी हरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि वह मुख्यमंत्री को वीडियो रिकॉर्डिंग करने नहीं देंगे। पुलिस ने जितने लोगों से पूछताछ की है, उन सभी की वीडियो रिकॉर्डिंग खुद कराई है। केस के लिए यह अहम सबूत है। मुख्यमंत्री को वीडियो रिकॉर्डिंग की सीडी नहीं दी जाएगी।
मनीष सिसोदिया से भी होगी पूछताछ हरेंद्र कुमार सिंह का कहना है कि वह खुद अपनी टीम के सदस्य एसीपी अशोक त्यागी व इंस्पेक्टर राणा के साथ केजरीवाल से विस्तार से पूछताछ करेंगे। इसके लिए तैयारी पूरी कर ली गई है। उनसे पूछताछ के बाद सामने आए तथ्यों के आधार पर फिर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया से भी पूछताछ की जाएगी।
‘आप’ के विधायकों से हो चुकी है पूछताछ मारपीट मामले में उत्तरी जिला पुलिस ‘आप’ के 11 विधायकों प्रकाश जारवाल, राजेश ऋषि, राजेश गुप्ता, ऋतुराज गोविंद, मदनलाल, अमानतुल्लाह खान, प्रवीण कुमार, अजय दत्त, दिनेश मोहनिया, संजीव झा व नितिन त्यागी के अलावा अरविंद केजरीवाल के निजी सचिव विभव कुमार, कार्यकर्ता विवेक कुमार समेत मुख्य सचिव के दो सरकारी पीएसओ व चालक से पूछताछ कर चुकी है। पुलिस अधिकारी के मुताबिक पूछताछ में किसी ने भी संतोषजनक जवाब नहीं दिया। सभी ने झूठ बोलते हुए सरकार व अपने-अपने अधिवक्ताओं द्वारा बताए गए जवाब दिए। इस वजह से उनके जवाब से पुलिस संतुष्ट नहीं है।
वीके जैन को बनाया जा सकता है सरकारी गवाह हरेंद्र कुमार का कहना है कि अंशु प्रकाश मारपीट मामले में घटना वाली रात मुख्यमंत्री के आवास पर घटना की शुरुआत कैसे हुई इसका पता लगाना बेहद जरूरी है। मुख्यमंत्री के सलाहकार रहे वीके जैन से उत्तरी जिला पुलिस तीन बार पूछताछ कर चुकी है। उन्हें सरकारी गवाह बनाया जा सकता है।
‘आप’ विधायकों पर बदसलूकी का आरोप 19 फरवरी की आधी रात 12 बजे मुख्यमंत्री के सिविल लाइंस स्थित आवास पर मुख्य सचिव अंशु प्रकाश को बुलाया गया था। वहां पहले से एक कमरे में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के अलावा आम आदमी पार्टी (आप) के 11 विधायक व वीके जैन मौजूद थे। मुख्य सचिव को सोफे पर दो विधायकों के बीच में बैठाया गया था। कुछ देर बाद ही विधायकों ने उनसे बदसलूकी शुरू कर दी थी।