कर्नाटकः संकट में कुमारस्वामी सरकार
नई दिल्ल । कर्नाटक में कांग्रेस-जेडीएस सरकार में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। राज्य में एक बार फिर सियासी संकट दिखाई दे रहा है। अब खबर आ रही है कि असंतुष्ट सिद्धारमैया से मिलने एक मंत्री समेत कांग्रेस के 9 विधायक दक्षिण कन्नडा जिले के बेलतानगडी पहुंच रहे हैं। पूर्व सीएम के रुख को देखते हुए माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में राज्य की राजनीति में कुछ बड़ा उलटफेर देखने को मिल सकता है। पिछले कुछ दिनों से सिद्धारमैया लगातार सीएम कुमारस्वामी को लेकर अपना असंतोष जाहिर कर रहे हैं। इससे न केवल जेडीएस विधायकों में रोष बढ़ रहा है बल्कि कांग्रेस के भी कई नेताओं में असंतोष फैल रहा है। कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, जो जेडी (एस)-कांग्रेस समन्वय समिति के अध्यक्ष भी हैं, का कहना है कि वह इस समय पूर्णतया ब्रेक पर हैं और अपने उपचार के दौरान फोन कॉल्स भी नहीं उठा रहे हैं। हालांकि यह भी कहा जा रहा है कि उनकी अपने विश्वसनीय एसटी सोमशेखर, बी सुरेश और एन मुनिरत्न के साथ लगातार बातचीत जारी है। कर्नाटक की गठबंधन सरकार अपने ही मंत्रियों और विधायकों की नाराजगी के चलते भंवर में फंसती दिख रही है। वहीं कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं की ओर से बातचीत के प्रयास बिल्कुल नहीं दिख रहे हैं। कर्नाटक सरकार के लिए सबसे ज्यादा मुश्किल यह भी है कि कांग्रेस के अधिकतर नाराज नेता सरकार गिराने के लिए भाजपा से संपर्क कर रहे हैं। वहीं दूसरी ओर अब असंतुष्ट पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया से विधायकों की मुलाकात की खबर सामने आने के बाद गठबंधन सरकार की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं।
पूर्ण बजट पेश करने को लेकर विवाद कर्नाटक की गठबंधन सरकार में शामिल कांग्रेस-जदएस में नया पूर्ण बजट पेश करने को लेकर मतभेद पैदा हो गए हैं। कांग्रेस पूरक बजट पेश करने के पक्ष में है, जबकि जदएस का कहना है कि नई सरकार के लक्ष्यों को प्रदर्शित करने के लिए नया बजट पेश करना जरूरी है।
मंत्री पद लेकर भी खींचतान कर्नाटक चुनाव के नतीजे के बाद से ही यहां राजनीति के बाजार में उठापटक जारी है। अब तक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। एचडी कुमारस्वामी ने सरकार बनने के 15 दिन बाद अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। कैबिनेट में जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन के कई नेताओं को शामिल नहीं किया गया है। इसलिए कांग्रेस के नाराज नेताअों विरोध प्रदर्शन किया था। कांग्रेस विधायक रोशन बेग व रामालिंगा रेड्डी के समर्थक कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय के बाहर अपने लिए कैबिनेट में मंत्री पद की मांग कर विरोध किया था। इससे पहले दोनों दलों के बीच मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या अौर विभागों को लेकर खीचतान मच चुकी है। बाद में राहुल गांधी अौर सोनिया गांधी को इस मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा था।