इस बार राम की नगरी अयोध्या में मनाया गया दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया, अयोध्या में पांच लाख 51 हजार दीप प्रज्जवलित
अयोध्या । इस बार राम की नगरी अयोध्या में मनाया गया दीपोत्सव गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हो गया। दीपोत्सव के अवसर पर अयोध्या में पांच लाख 51 हजार दीप प्रज्जवलित होते ही इस कार्यक्रम ने विश्व रिकॉर्ड बना लिया। चार लाख दस हजार दीप अकेले राम की पैड़ी के घाटों पर जलाए गए। वहीं, एक लाख 51 हजार दीप रामनगरी के 11 अन्य चुनिंदा स्थलों पर प्रज्जवलित किए गए। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सैकड़ों वर्ष की गुलामी के बाद देश अपना सत्व भूल गया था और आजादी के बाद जिस सत्व को तत्काल जगाने की आवश्यकता थी, उसे जाग्रत होने में 70 वर्ष लग गए। पहले की सरकारें अयोध्या से डरती थीं पर मैं स्वयं अपने ढाई वर्ष के शासन काल में डेढ़ दर्जन बार आया हूं और जब भी आता हूं मोदी जी की अनुकंपा से सैकड़ों करोड़ की योजना लेकर आता हूं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम की अगवानी पुष्पक विमान के प्रतीक हेलीकाप्टर से भगवान राम व माता जानकी रामकथा पार्क में आगमन हुआ। इससे लोगों को त्रेतायुग का अहसास हुआ। लंका विजय के बाद अनुज लक्ष्मण और पत्नी जानकी के साथ भगवान के अयोध्या वापस आने का प्रसंग जीवंत हुआ। पुष्पक के सरयू तट पर उतरते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, सीता एवं लक्ष्मण के स्वरूप की अगवानी की। रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम के स्वरूप का तिलक कर युगों पूर्व राम राज्याभिषेक की स्मृति जीवंत किया।
प्रधानमंत्री को दिया बदलाव का श्रेय रामकथा पार्क में भगवान राम के राज्याभिषेक की रस्म के बाद उपस्थित जनसमुदाय को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि दुनिया को अब भारत के गौरव का एहसास हो रहा है। अयोध्या का दीपोत्सव, काशी का गौरवमय विकास, प्रयाग का कुंभ और योग की पूरी दुनिया में प्रतिष्ठा इस सच्चाई की परिचायक है। मुख्यमंत्री ने इस बदलाव का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देते हुए कहा, हर भारतवासी मोदी जी के नेतृत्व से अभिभूत है, उन्होंने विश्व पटल पर भारतीय संस्कृति को मजबूती से स्थापित किया है। मुख्यमंत्री अपने 20 मिनट के उद्बोधन में रामराज्य की ओर केंद्रित हुए।
किसी के साथ कोई भेद-भाव न हो, दुखों के लिए कोई जगह न हो सीएम ने कहा कि रामराज्य शासन की ऐसी अवधारणा है, जिसमें किसी के साथ कोई भेद-भाव न हो और दुखों के लिए कोई जगह न हो और मोदी जी ने 2014 से रामराज्य की इस अवधारणा को स्थापित किया है। पांच वर्ष के दौरान प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत भवनहीनों को तीन करोड़ आवास दिए गए, 10 करोड़ इज्जतघर (शौचालय) बनवाए गए, उज्ज्वला योजना के तहत आठ करोड़ परिवारों को निश्शुल्क कुङ्क्षकग गैस का कनेक्शन दिया गया, सम्मान निधि योजना के तहत 12 करोड़ किसानों को लाभांवित किया गया और आयुष्मान योजना के तहत 50 करोड़ लोगों को पांच लाख का स्वास्थ्य बीमा कवर दिया गया। यह आधुनिक रामराज्य की अवधारणा है। उन्होंने देश की सामरिक उपलब्धियों की ओर भी इशारा किया।
भारत किसी को छेड़ता नहीं पर छेडऩे वाले को छोड़ता भी नहीं सीएम योगी ने कहा कि भारत आज किसी को छेड़ता नहीं पर छेडऩे वाले को छोड़ता भी नहीं और हम ललकारने वाले को उसकी मांद में घुसकर सबक सिखाते हैं। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने पुष्पक विमान के प्रतीक हेलीकाप्टर से सरयू तट पर सीता और लक्ष्मण सहित उतरे भगवान राम के स्वरूप की अगवानी की तथा उनका राजतिलक कर युगों पूर्व की स्मृति जीवंत की। मुख्यमंत्री ने सरयू की आरती की और सरयू तट से ही लगे रामकी पैड़ी परिसर में रिकॉर्ड चार लाख से भी अधिक प्रज्वलित दीपों का अवलोकन किया।
बना दीप प्रज्जवलन का विश्व रिकॉर्ड वहीं, इस बार रामनगरी पांच लाख 51 हजार दीप प्रज्जवलित हुए। जिसमें से चार लाख दीप अकेले राम की पैड़ी के घाटों पर, शेष एक लाख 51 हजार दीप नगरी के 11 अन्य चुनिंदा स्थलों पर प्रज्जवलित हुए। अवध विश्वविद्यालय के 6 हजार वालिंटियरों ने दीप जलाए। इस बार अवध विश्वविद्यालय ने पिछला अपना ही रिकॉर्ड तोड़ा है। इस बार 4 लाख 10 हजार दीप जलाए गए हैं, जबकि पछली बार 3 लाख 21 हजार दीप प्रज्जवलित हुए थे। यह घोषण गिनीच बुक आफ रिकॉर्ड की टीम ने की है।
यह बने गवाह इस मौके पर राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति राज्यमंत्री प्रहलाद सिंह पटेल, उप मुख्यमंत्री केशवप्रसाद मौर्य एवं डॉ. दिनेश शर्मा, प्रदेश के समाज कल्याण मंत्री रमापति शास्त्री, पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, जल शक्ति मंत्री महेंद्र सिंह, प्रदेश भाजपाध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, सांसद लल्लू सिंह , महापौर रिषिकेश उपाध्याय, विधायक वेदप्रकाश गुप्त, रामचंद्र यादव, शोभा सिंह , इंद्रप्रताप तिवारी, गोरखनाथ बाबा आदि सहित बड़ी संख्या में संत मौजूद रहे।
दीपोत्सव पर जारी हुआ डाक टिकट दीपोत्सव पर डाक टिकट भी जारी हुआ। प्रदेश के चीफ पोस्ट मास्टर जनरल कौशलेंद्र कुमार की ओर से प्रस्तुत टिकट का विमोचन मुख्यमंत्री सहित प्रदेश सरकार के अनेक शीर्ष प्रतिनिधियों ने किया।
दिखी भगवान की अयोध्या वापसी की त्रेतायुगीन झलक
रामकथा पार्क में भगवान राम व माता जानकी का हेलीकाप्टर से आगमन हुआ। इससे लोगों को त्रेतायुग का अहसास हुआ। लंका विजय के बाद अनुज लक्ष्मण और पत्नी जानकी के साथ भगवान के अयोध्या वापस आने का प्रसंग जीवंत हुआ।रामकथा पार्क में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भगवान राम के स्वरूप का तिलक कर युगों पूर्व राम राज्याभिषेक की स्मृति जीवंत किया। दीपोत्सव का एक अन्य अहम आयाम राम राज्याभिषेक का मंचन भी है। इस दौरान फिजी की संसद की डिप्टी स्पीकर वीना भटनागर, राज्यपाल आनंदीबेन, केंद्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल भी उपस्थित रहे।
236 करोड़ की योजनाओं की सौगात
मुख्यमंत्री ने 236 करोड़ की विकास योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। इनमें 52 करोड़ की लागत से रामकी पैड़ी में अविरल जल प्रवाह, 35.64 करोड़ की लागत से गुप्तारघाट के विकास एवं निर्माण, 19.41 करोड़ की लागत से बंधा तिराहा पर भजन संध्या स्थल का उद्घाटन, 16.17 करोड़ से फोर लेन का चौड़ीकरण आदि प्रमुख है। जबकि अयोध्या जिला की ही बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में 7.75 करोड़ से राजकीय महाविद्यालय की स्थापना, अयोध्या नगर में ही 5.24 करोड़ की लागत से ड्राइङ्क्षव ट्रेङ्क्षनग इंस्टीट््यूट एवं 1.65 करोड़ की लागत से गोसाईंगंज विस क्षेत्र में लघु सेतु के निर्माण आदि कुल 11 परियोजनाओं का शिलान्यास किया।
झांकियों से विरासत का गौरवगान
अयोध्या में साकेत महाविद्यालय से भगवान की लीला पर आधारित 11 झांकियां निकलनी शुरू हो गई हैं। रामकथा पार्क तक निकलने वाली इस झांकियों का जगह-जगह स्वागत हो रहा है। यह यात्रा साकेत महाविद्यालय से शुरू होकर रामकथा पार्क में समाप्त होगी। फिजी की डिप्टी स्पीकर वीना कुमार भटनागर ने दीपोत्सव की शोभायात्रा को हरी झंडी दिखाई। साकेत महाविद्यालय से निकली शोभायात्रा। इन 11 झांकियों में भगवान श्री राम के जीवन का वृतांत है। इस दौरान सांसद लल्लू सिंह, अयोध्या विधायक वेद प्रकाश गुप्ता, महापौर ऋषिकेश उपाध्याय व अपर मुख्य सचिव अवनीश अवस्थी भी मौजूद थे। इसमें कई देशों के कलाकार भाग लिया।
टाइम लाइन
- 4:15 बजे से 4:40 बजे तक राम कथा पार्क आगमन पर श्रीराम-जानकी का पूजन-वंदन, आरती और श्रीराम का प्रतीकात्मक राज्याभिषेक।
- शाम 6:00 बजे तक परियोजनाओं का शिलान्यास, लोकार्पण और अतिथियों का संबोधन।
- शाम 6:30 से 7:00 बजे तक नया घाट पर सरयू की आरती और पूजन।
- शाम 7:00 बजे राम की पैड़ी चार लाख से ज्यादा दीपों से रोशन।
- रात 8:00 बजे राम की पैड़ी पर राम कथा का प्रदर्शन
- 8:15 बजे तक सरयू पुल से आतिशबाजी
- 8:30 बजे से रात के 10 बजे तक भारत, नेपाल, श्रीलंका, इंडोनेशिया एवं फिलीपींस की रामलीला का मंचन