हिंसा के दौरान फायरिंग करने वाला शाहरुख अब भी फरार
नई दिल्ली । दिल्ली का उत्तर पूर्वी इलाका तीन दिन तक जलता रहा। उपद्रवियों ने हिंसा के साथ काफी उत्पात मचाया। हिंसा के दौरान सैकड़ों गाड़ियों, मोटरसाइकिलों और घरों को आग के हवाले कर दिया गया। इस हिंसा में करीब 38 लोगों की मौत हो गई है। इसी दौरान उपद्रवियों की एक तस्वीर सामने आई जिसमें एक युवक पुलिस के ऊपर बंदूक ताने दिख रहा था। इसके साथ ही उसे भीड़ के ऊपर गोलियां चलाते भी देखा गया। जिसकी पहचान शाहरुख के तौर पर हुई थी। पहले खबर आई थी कि पुलिस ने शाहरुख को गिरफ्तार कर लिया है। अब खबर आ रही है कि जाफराबाद में हिंसा के दौरान फायरिंग के आरोपी शाहरुख को अब तक पकड़ा नहीं जा सका है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि वह अभी भी फरार है। शाहरुख की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है।
शाहरुख का पूरा परिवार फरार दिल्ली हिंसा के दौरान पुलिसकर्मियों पर बंदूक तानने वाला शख्स थाना उस्मानपुर की अरविंद नगर की गली नंबर-5 के यू-108 में रहता है। फिलहाल उसके घर पर ताला लटका हुआ है। घटना के बाद से ही पूरा परिवार फरार हो गया है। इस घर में शाहरुख उसका बड़ा भाई और माता-पिता रहते हैं। शाहरुख के पिता का नाम शावर पठान है।पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि करीब 1985 से ही उसके पिता यहां पर रह रहे थे।
कई इलाके तबाह दंगे ने उत्तर पूर्वी दिल्ली के कई इलाकों को तबाह कर दिया है। करावल नगर रोड, शिव विहार, ब्रजपुरी, नूर-ए-इलाही रोड यमुना विहार, मौजपुर रोड, ब्रह्मपुरी रोड में सर्वाधिक बर्बादी हुई है। सबसे ज्यादा मौत शिव विहार, करावल नगर, मौजपुर और जाफराबाद में हुई। इन इलाकों में सड़कों पर अभी भी तबाही के निशान बिखरे पड़े हैं। ईट-पत्थरों के टुकड़े भरे पड़े हैं। हालात नियंत्रित होने के बाद जब पुलिस ने घरों की तलाशी शुरू की तो कई घरों की छतों पर बड़ी गुलेल, भारी मात्रा में ईट -पत्थर और एसिड की भरी बोतलें मिली हैं।
हिंसाग्रस्त इलाकों में अघोषित कर्फ्यू हिंसाग्रस्त इलाकों में पुलिस की ओर से अघोषित कर्फ्यू है। गुरुवार सुबह इसमें थोड़ी छूट दी गई। लोगों ने घरों से बाहर निकलकर जरूरी सामान खरीदा। हालांकि आधिकारिक रूप से कर्फ्यू हटाए जाने का अभी एलान नहीं हुआ है। दंगे के दौरान अपने घरों को छोड़कर दूसरे इलाकों में जाने वाले लोग अब लौटने लगे हैं।