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हनीप्रीत ने अंबाला सेंट्रल जेल से शिफ्टिंग की दी अर्जी,जाना चाहती है गुरमीत राम रहीम की जेल में

चंडीगढ़ । डेरा सच्‍चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की गोद ली बेटी हनीप्रीत को फिर बाबा के करीब जाना चाहती है। राम रहीम की राजदार हनीप्रीत ने अंबाला सेंट्रल जेल से शिफ्टिंग की अर्जी दी है और रोहतक की सुनारिया जेल जाना चाहती है। गुरमीत सुनारिया जेल में ही बंद है। दूसरी ओर, साध्वियों के यौन शोषण में सजा काट रहे गुरमीत राम रहीम को अभी पेरोल मिलने के कोई आसार नहीं हैं। डेरामुखी की ओर से पेरोल मांगने संबंधी कोई अर्जी सरकार के पास नहीं पहुंची है।

अंबाला सेंट्रल जेल से शिफ्टिंग की दी अर्जी, जाना चाहती है सुनारिया जेल  मंगलवार को चार साल की उपलब्धियां गिनाने के लिए पत्रकारों से रूबरू जेल मंत्री कृष्णलाल पंवार ने इस बात की पु्ष्टि की कि हनीप्रीत ने अंबाला सेंट्रल जेल से किसी अन्‍य जेल में शिफ्ट करने की अर्जी दी है। लेकिन, उन्‍हाने इस बात का खुलासा नहीं किया कि वह किस जेल में शिफ्ट होना चाहती है। दूसरी  और सूत्रों का कहना है कि हनीप्रीत ने अर्जी में सुनारिया जेल का विकल्प दिया है। इस जेल में गुरमीत राम रहीम को रखा गया है। इससे पहले गुरमीत ने भी हनीप्रीत को सुनारिया जेल में लाने की मांग की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। जेल मंत्री पंवार ने कहा कि हनीप्रीत के आवेदन की आइजी स्तर के अधिकारी से जांच कराई जाएगी। यदि जेल ट्रांसफर करने का आधार सही मिला तो अदालत के जरिये इस प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा। गुरमीत राम रहीम को पेरोल दिए जाने के सवाल पर कृष्‍णलाल पंवार ने कहा कि इस संबंध में कोई अर्जी रिकॉर्ड में नहीं आई है। यदि वह आवेदन करता है तो उसकी पुलिस वेरीफिकेशन कराई जाएगी और उसी के आधार पर अगला कदम उठाया जाएगा। पंवार ने कहा कि जेल में गुरमीत राम रहीम का व्यवहार संतोषजनक है और वह आम कैदियों की तरह सजा काट रहा है। उसके गलत आचरण की कोई शिकायत जेल प्रशासन को नहीं मिली है।

जेल कैंटीन में मिलेगी बीड़ी, धूमपान के लिए हॉल जेलों में कैदियों और विचाराधीन बंदियों के लुक-छिपकर बीड़ी पीने के मामलों में अंकुश नहीं लग पाने पर अब सरकार ने कैंटीन में बीड़ी की बिक्री को मंजूरी दे दी है। जेल में ही धूमपान के लिए हॉल बनाए जाएंगे। वहां कैदी धूमपान कर सकेंगे। इसके अलावा जेलों में अवैध मोबाइल का इस्तेमाल रोकने के लिए झज्जर, सोनीपत, अंबाला और गुरुग्राम में 4जी जैमर लगाए जाएंगे। उन्‍होंने बताया कि पहले चरण में रोहतक में 11 और गुरुग्राम में 17 जैमर लगाए जाएंगे। इस पर करीब सात करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके अलावा फोन से बात करने की सीमा को दस मिनट से बढ़ाते हुए पुरुष कैदियों के लिए 35 मिनट और महिला कैदियों को 60 मिनट तक की  गई है।

जेलों में क्षमता से अधिक कैदी, नहीं लौटे 210 सजायाफ्ता  पंवार ने कहा कि प्रदेश की 19 जेलों में कुल 18 हजार 231 लोगों को रखने की जगह है, लेकिन रखे गए हैं 19 हजार 886 कैदी व बंदी। इससे निपटने के लिए पानीपत, रेवाड़ी और नूंह में नई जेलें तथा जींद, सिरसा व भिवानी में अतिरिक्त बैरकें बनाई जा रही हैं। वहीं, 210 कैदी ऐसे हैं जो पेरोल पर जाने के बाद लौटे ही नहीं। उन्‍होंने बताया कि सजायाफ्ता और विचाराधीन लोगों की रोजमर्रा की जरूरतें पूरी करने के लिए परिजनों द्वारा कैंटीन में छह हजार की जगह आठ हजार रुपये तक कैशलेस डलवाने की छूट दी गई है। करनाल और फरीदाबाद में ओपन एयर जेल अप्रैल तक शुरू हो जाएंगी जहां प्रत्येक में 30-31 कैदी परिवार के साथ सामान्य जीवन जी सकेंगे।

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