रेरा एक्ट को लेकर फूटा किसानों का गुस्सा
हल्द्वानी। रेरा एक्ट के खिलाफ रविवार को सैकड़ों की तादाद में किसान अपने ट्रैक्टरों के साथ सड़क पर उतर आए। किसान रैली निकाल रेरा एक्ट के खिलाफ सरकार और प्रशासन के प्रति अपना विरोध रैली निकाल कर जाहिर करना चाह रहे थे, लेकिन प्रशासन ने हल्द्वानी मंडी के पास किसानों के ट्रैक्टरों को रोक दिया। इस दौरान किसानों की पुलिस और सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह के बीच तीखी नोकझोंक भी हुई। किसानों की नाराजगी इस बात को लेकर भी थी कि उन्हें प्रापर्टी डीलर कहा जा रहा है और उन्हें गुमराह किया जा रहा है। लगभग तीन घंटे से भी ज्यादा किसान मंडी के पास जमे रहे और रैली निकालने की बात कहते रहे मगर प्रशासन ने अनुमति नहीं दी।
इधर किसानों के साथ कांग्रेस विधायक सुमित हृदयेश और तमाम कांग्रेसी भी उन्हें समर्थन देने पहुंचे किसानों ने आरोप लगाया कि 400 ट्रैक्टरों की परमिशन दिए जाने के बावजूद ट्रैक्टर रैली शहर में नहीं निकालने दी गई। प्राधिकरण के रेरा एक्ट के तहत उनकी जमीनों को बेचने का उनका अधिकार छीना जा रहा है। किसानों ने प्राधिकरण के रेरा एक्ट के आधार पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाते हुए कई घंटे तक प्रदर्शन किया और इस दौरान पूरा यातायात बाधित रहा।
वहीं सिटी मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह का कहना था कि रैली को रोका नहीं गया है। केवल ट्रैक्टरों के शहर में प्रवेश करने की मना किया गया है। ताकि शहर में जाम की स्थिति न हो। वहीं किसानों की रेरा को लेकर जो भी भ्रांतियां हैं उसे एक वर्कशाप के माध्यम से दूर किए जाने का प्रावधान भी है लेकर किसानों को बैठकर शांति से पहले रेरा के नियमों को समझना होगा। बहरहाल कई घंटे चले इस प्रदर्शन का अंत मंडी से लेकर गांधी स्कूल तक पद यात्रा से हुआ। जिसमें तमाम किसानों ने नारेबाजी करते हुए सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपा।