न्यूरो सर्जरी एवं न्यूरोलॉजी की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर दिया जोर
ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश में न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया (एनएसआई) के 19वें इंस्ट्रक्शनल एंड फाउंडेशन कोर्स की कार्यशाला शुरू हुई। इसमें देशभर के विभिन्न मेडिकल संस्थानों के करीब 80 न्यूरो सर्जरी के छात्र-छात्राएं प्रतिभाग कर रहे हैं। कार्यशाला के पहले दिन विशेषज्ञों ने न्यूरो सर्जरी एवं न्यूरोलॉजी की शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ाने पर जोर दिया।
शनिवार को एम्स ऋषिकेश के सभागार में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ एम्स निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने किया। उन्होंने प्रतिभागियों को राष्ट्रीय स्तर पर इस तरह के आयोजन का महत्व समझाया। संस्थान के डीन एकेडेमिक प्रोफेसर मनोज गुप्ता ने कहा कि ऐसे आयोजनों से छात्र-छात्राओं में विशेषज्ञों के अनुभवों से अनेक तरह का ज्ञान और कौशल विकास होता है। न्यूरो सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. रजनीश अरोड़ा ने छात्रों को कोर्स के विषय में विस्तृत जानकारियां भी दीं। न्यूरोलॉजिकल सोसाइटी ऑफ इंडिया के अध्यक्ष प्रोफेसर डा. वीपी सिंह, सोसाइटी के बोर्ड ऑफ एजुकेशन अध्यक्ष डा. परितोष पांडे ने बताया कि संस्था वर्ष में दो से तीन बार इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन करती है, जिसमें विद्यार्थियों को इंस्ट्रक्शनल कोर्स और फाउंडेशन कोर्स के माध्यम से चिकित्सा संबंधी विभिन्न तरह की जानकारियां दी जाती हैं। प्रोफेसर डा. एके सिंह, एनएसआई के पूर्व अध्यक्ष प्रोफेसर डा. सुरेश नायर ने प्रतिभागियों को ब्रेन ट्यूमर और इससे जुड़े लक्षणों के बारे में बताया, साथ ही इन बीमारियों की पहचान व उपचार की विधि पर विस्तृत चर्चा की।