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बीटेक और आइटीआइ पास जालसाजों ने मिलकर शॉपिंग वेबसाइट अमेजन को लगाया करोड़ों का चूना

लखनऊ । दुनिया की जिस सबसे बड़ी शॉपिंग वेबसाइट अमेजन से आप आंख मूंदकर शॉपिंग करते हैैं, उसमें ही बीटेक और आइटीआइ पास जालसाजों ने सेंध लगा दी। डिलीवरी कैंसिल कराकर यह जालसाज कंपनी की पैकिंग से कीमती ब्रांडेड माल निकालकर बाजार में बेच देते और उनकी जगह नकली माल भरकर लौटा देते। इस पूरे खेल में उन्होंने लाख-दस लाख नहीं बल्कि 20 करोड़ रुपये से ज्यादा के वारे-न्यारे कर डाले। भनक लगने पर कंपनी ने उनके खिलाफ लखनऊ में एफआइआर दर्ज कराई थी। उस पर कार्रवाई करते हुए क्राइम ब्रांच ने रविवार को दो गिरफ्तार कर लिए।  पकड़े गए जालसाजों में राजस्थान के जयपुर निवासी बीटेक कर चुका  सोहित सोनी व आइटीआइ कर चुका राहुल सिंह राठौर हैं। दोनों यहां आलमबाग में किराए के मकान में रहकर गोरखधंधा कर रहे थे। इनके कब्जे से आइसोप्योर प्रोटीन के 11 डब्बे, गोल्ड स्टैंडर्ड प्रोटीन के नौ पैकेट, 29 सिमकार्ड, 7 मोबाइल फोन (जिसमें शामिल चार सिमकार्ड वाला मोबाइल फोन), अमेजन के फर्जी स्टीकर और स्मार्ट वॉच बरामद हुए हैं। गिरोह में राजस्थान के अन्य सदस्य भी सक्रिय हैं, जिनकी तलाश जारी है। अमेजन कंपनी के अधिकारी शशांक सिंह ने बताया कि 29 सितंबर को एसएसपी से शिकायत की थी। 12 अक्टूबर की रात 12 बजे गौतमपल्ली थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई थी।

ऐसे करते थे जालसाजी  दोनों जालसाज पहले गलत पते और मोबाइल नंबर से अमेजन पर 13 हजार रुपये कीमत का वे-प्रोटीन पाउडर, 40 हजार कीमत की एप्पल वॉच, आइ पॉड, महंगे ईयर फोन समेत कीमती सामान ऑर्डर देते थे। कंपनी से डिलीवरी होने के बाद ऑर्डर कैंसिल कर देते और माल लौटा देते। यहीं से इनका खेल शुरू होता। आरोपित अमेजन की पैकिंग से असली माल निकालकर हूबहू नई पैकिंग तैयार कर उसमें संबंधित ब्रांड का डुप्लीकेट माल रखकर वापस भेज देते। प्रोटीन पाउडर समेत असली सामान लोगों को कट रेट में बेच देते। कंपनी को जब तक पता चला, ये अपना पता और मोबाइल नंबर बदल देते।

अन्य प्रदेशों में भी कर चुके हैं जालसाजी  साइबर क्राइम सेल के नोडल अफसर व सीओ हजरतगंज अभय कुमार मिश्र ने बताया कि आरोपित 2017 से महाराष्ट्र, राजस्थान, दिल्ली, पंजाब, बिहार, छत्तीसगढ़, यूपी सहित कई प्रदेश में यह गोरखधंधा करके 20 करोड़ रुपये कमा चुके हैं। प्रोटीन के अतिरिक्त एप्पल की स्मार्ट घडिय़ां, डिजिटल गिफ्ट कार्ड और दूसरे महंगे सामान भी ऑर्डर कैंसिल करके इसी तरह हेराफेरी कर वापस करते थे।

क्या कहना है पुलिस का?  एसएसपी कलानिधि नैथानी के मुताबिक, अमेजन कंपनी की शिकायत पर एफआइआर दर्ज कराई गई थी, दोनों जालसाजों ने कंपनी के डिब्बों में असली प्रोडेक्ट के स्थान पर नकली सप्लाई देकर 20 करोड़ से अधिक की ठगी की है। गिरोह के तार राजस्थान से जुड़े हैं।

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