भारत और चीन मतभेदों के बावजूद सुनिश्चित करेंगे प्रगति और समृद्धि
बीजिंग। चीन में भारत के राजदूत गौतम बंबावले ने कहा है कि भारत और चीन मतभेदों के बावजूद सुनिश्चित करेंगे कि दोनों देश मिलकर लगातार प्रगति और समृद्धि के लिए काम करें। भारतीय राजदूत ने यह बयान ऐसे समय में दिया है, जब इसी सप्ताह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग शंघाई सहयोग सम्मेलन (एससीओ) से इतर द्विपक्षीय वार्ता करने वाले हैं। एससीओ में पिछले वर्ष ही भारत और पाकिस्तान को औपचारिक रूप से शामिल किया गया था। चीन के सरकारी टेलीविजन को दिए साक्षात्कार में बंबावले ने कहा कि भारत और चीन विकास के पथ पर एक-दूसरे से कभी जुदा नहीं हो सकते हैं। आपको बता दें कि मोदी चीन के क्विंगदाओ में 9-10 जून को होने वाले एससीओ सम्मेलन में शामिल होंगे। चीन के शहर वुहान में चिनफिंग से अनौपचारिक मुलाकात के एक महीने बाद फिर से दोनों नेता मिलने जा रहे हैं। बंबावले ने वुहान की मुलाकात को दोनों नेताओं के बीच का ‘रणनीतिक संवाद’ बताया। उन्होंने कहा, ‘मुझे लगता है कि राष्ट्रपति चिनफिंग और प्रधानमंत्री मोदी के बीच वुहान में अनौपचारिक मुलाकात दोनों देशों के बीच सहयोग बढ़ाने का प्रयास था।’ भारतीय राजदूत ने कहा कि वुहान में बातचीत से दोनों नेता एक आम सहमति पर पहुंचे हैं। पहली और सबसे महत्वपूर्ण सहमति है कि भारत और चीन प्रगति और आर्थिक विकास में एक-दूसरे के सहयोगी हैं। दूसरी महत्वपूर्ण सहमति यह है कि भारत और चीन के बीच मतभेदों से ज्यादा समानताएं हैं।