सेवा-बरी गांव सड़क से नहीं जुड़ पाया, ग्रामीण आंदोलन की तैयारी में
पुरोला। मोरी ब्लॉक के सुदूरवर्ती फत्ते पर्वत पट्टी के सेवा-बरी गांव अब तक सड़क से नहीं जुड़ पाया है। सड़क निर्माण की तीन बार घोषणा होने के बावजूद निर्माण शुरू नहीं हो पाया। इससे नाराज ग्रामीण अब बड़े आंदोलन की तैयारी में हैं। इसे लेकर पहले गांव स्तर पर बैठक आयोजित हुई और फिर मोरी ब्लॉक मुख्यालय में बैठक आयोजित की गई। बैठक में ग्रामीणों ने कहा कि अगर 15 दिन में सड़क निर्माण शुरू नहीं हुआ तो ग्रामीण आंदोलन शुरू कर देंगे।
मोरी में आयोजित बैठक में सेवा गांव के प्रधान रामोद व बरी गांव की प्रधान सुनीता देवी ने कहा कि तीन सप्ताह पहले वे लोनिवि के अधिशासी अभियंता से मिले थे। इस पर अधिशासी अभियंता धीरेंद्र कुमार ने कहा था कि जल्द ही भूगर्भ विज्ञानियों की टीम सड़क के लिए निरीक्षण करेंगी। लेकिन, अभी तक कोई टीम नहीं आई है, जिससे ग्रामीण मायूस हैं। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को बरगलाने की कहानी दो वर्षों से चली आ रही है। सेवा गांव के सुर्तीलाल, सरिता देवी, रोशनलाल, ईश्वरी देवी ने कहा कि जब तक आंदोलन नहीं किया जाता लोनिवि और प्रशासन की नींद खुलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष पूर्व ही शासन ने धोला-बरी-पीसा-दंताधार-तुमोला व सेवा डोगरी-हाली खड्ड-सीना तक 16 किमी मोटर मार्ग स्वीकृत किया था। तीन वर्ष पहले लोनिवि व गोविद पशु विहार की टीम ने धरातलीय सर्वेक्षण व धोला में रूपीण नदी पर गार्डर पुल निर्माण की संस्तुति की। लेकिन, सड़क निर्माण की कार्रवाई इससे आगे नहीं बढ़ी। इसका नतीजा है कि गांव में आज तक सड़क नहीं बन पाई है। बैठक में जयेंद्र सिंह, सरीता, सुरेश कुमार, जोगराज रावत, अनील रावत, मनोज कुमार आदि मौजूद थे।