लंबे इंतजार के बाद सोमवार से दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू
नई दिल्ली Delhi Metro News: लंबे इंतजार के बाद सोमवार को सुबह सात बजे से दिल्ली मेट्रो का परिचालन शुरू होगा। शुरुआती दो दिन येलो लाइन (समयपुर बादली-हुडा सिटी सेंटर) व गुरुग्राम के रैपिड मेट्रो का परिचालन होगा। शारीरिक दूरी के नियम के साथ इस कॉरिडोर के मेट्रो में लोग सफर कर सकेंगे। सफर के दौरान यात्रियों को मास्क लगाकर रखना जरूरी है। येलो लाइन पर परिचालन शुरू होने के बाद अगले पांच दिन में तीन चरणों में अन्य सभी कॉरिडोर पर परिचालन शुरू होगा। 12 सितंबर से सभी कॉरिडोर पर सामान्य रूप से परिचालन शुरू हो जाएगा।
पहले दिन 37 स्टेशनों पर रुकेगी मेट्रो दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) के कार्यकारी निदेशक (जनसंपर्क) अनुज दयाल ने कहा कि 49 किलोमीटर लंबी येलो लाइन का 20 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत व 17 किलोमीटर हिस्सा एलिवेटेड है। इस कॉरिडोर पर 37 स्टेशन है। इन स्टेशनों पर यात्रियों को 2.44 मिनट से 5.28 मिनट के अंतराल पर मेट्रो उपलब्ध होगी। इस कॉरिडोर पर 57 मेट्रो ट्रेनें चलेंगी। जो 462 फेरे लगाएंगी।
दो पालियों में होगा मेट्रो का परिचालन मेट्रो का परिचालन दो पालियों में होगा। पहली पाली में सुबह सात से 11 बजे तक मेट्रो चलेगी। इसके बाद शाम चार बजे से रात आठ बजे तक मेट्रो सेवा उपलब्ध रहेगी। दोपहर में पांच घंटे मेट्रो का परिचालन बंद रहेगा।
स्टेशनों पर खुलेंगे सिर्फ एक गेट इस कॉरिडोर के 36 स्टेशनों पर सिर्फ एक गेट खुलेंगे। सिर्फ कश्मीरी गेट स्टेशन पर दो गेट खुले रहेंगे। इसलिए यात्री परेशानी से बचने के लिए डीएमआरसी की वेबसाइट या ट््वीटर हैंडल पर यह देख लें कि किस स्टेशन पर कितने नंबर का गेट खुला रहेगा।
सिर्फ 20 फीसद क्षमता के साथ चलेगी मेट्रो मेट्रो के एक कोच में 48 यात्रियों के बैठने की सीट होती है लेकिन अभी एक सीट छोड़कर बैठने की व्यवस्था की गई है। इसलिए प्रत्येेक कोच में 24 यात्री बैठ पाएंगे। वहीं 25-26 यात्री एक से दो मीटर की दूरी बनाकर खड़े रह पाएंगे। इस तरह एक कोच में अधिकतम 50 व छह कोच की मेट्रो में 300 यात्री सफर कर पाएंगे। जबकि छह कोच की मेट्रो की क्षमता करीब 1800 यात्रियों की होती है। डीएमआरसी का कहना है कि कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए नए नियमों का पालन करते हुए 20 फीसद क्षमता के साथ ही मेट्रो चलेगी।
एक हजार अतिरिक्त कर्मचारी किए गए तैनात डीएमआरसी का कहना है कि कोरोना के संक्रमण से बचाव के दिशा-निर्देशा का सख्ती से पालन किया जाएगा। इसलिए डीएमआरसी ने एक हजार अतिरिक्त कर्मचारियों को तैनात किया है। जो यात्रियों की मदद करेंगे और शारीरिक दूरी के नियम के पालन के लिए जागरूक करेंगे।
15 से 30 मिनट समय लेकर चलें अतिरिक्त मेट्रो में सुरक्षा जांच व सामान सैनिटाइज करने में थोड़ा वक्त लग सकता है। इसके अलावा स्टेशनों पर भीड़ व कोच में निर्धारित क्षमता के अनुसार यात्रियों के मौजूद होने पर अन्य यात्रियों को नहीं चढ़ने दिया जाएगा। इस वजह से यात्रियों को दूसरी मेट्रो ट्रेन के लिए इंतजार करना पड़ सकता है। लिहाजा यात्री मेट्रो में सफर के लिए 15 से 30 मिनट अतिरिक्त समय लेकर निकलें।
भीड़ बढ़ने पर छोटे लूप में चलेंगी मेट्रो स्टेशनों पर भीड़ बढऩे पर छोटे लूप में भी मेट्रो को चलाई जा सकती है। डीएमआरसी ने इसके लिए भी पूरी तैयारी की है। रविवार को येलो लाइन पर छोटे-छोटे लूप में मेट्रो का परिचालन कर ट्रायल भी किया गया।
कंटेनमेंट जोन के स्टेशन पर नहीं रुकेगी मेट्रो कंटेनमेंट जोन में स्थित स्टेशन पर मेट्रो नहीं रुकेगी। मेट्रो में इसकी उद्घोषणा भी की जाएगी। मेट्रो के ट्विटर हैंडर से भी यह जानकारी लोगों को दी जाएगी।
कई स्टेशनों पर पुलिस कर्मी भी रहेंगे मौजूद स्टेशनों पर एक हजार सिविल डिफेंस के वॉलेंटियर तैनात किए जाएंगे। इसके लिए डीएमआरसी संबंधित एजेंसी के संपर्क में है। इसके अलावा कुछ ऐसे स्टेशनों की पहचान की गई हैं, जहां भीड़ अधिक हो सकती है। इसलिए कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए उन स्टेशनों पर पुलिस कर्मी भी तैनात रहेंगे।
15 हजार कर्मचारियों की एंटीजन जांच कराने की मांग कोरोना की संक्रमण की रोकथाम के लिए मेट्रो के 15 हजार कर्मचारियों की कोरोना जांच कराई जाएगी। इसलिए डीएमआरसी ने 15 हजार रैपिड एंटीजन किट की व्यवस्था करने की मांग की है, क्योंकि कोरोना संक्रमित कर्मचारियों के संपर्क में आने से यात्री भी बीमारी की चपेट में आ सकते हैं।
इन दिशा निर्देशों का पालन जरूरी
- मास्क पहनना आवश्य। मास्क नहीं पहनने पर 500 रुपये जुर्माना लग सकता है।
- सिर्फ स्मार्ट कार्ड से किराया भुगतान। टोकन नहीं मिलेगा।
- शारीरिक दूरी के नियम का पालन जरूरी।
- आरोग्य सेतु एप चालू हालत में होना चाहिए।
- मेट्रो में एक सीट छोड़कर बैठें।
- सफर के दौरान किसी चीज को हाथ न लगाएं।
- सफर के दौरान छोटा बैग व कम सामान लेकर चलें।