पूर्व दस्यु मलखान को प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने धौरहरा लोकसभा सीट से दिया टिकट
गुना। पूर्व दस्यु मलखान सिंह उत्तर प्रदेश की धौरहरा लोकसभा सीट से चुनाव लड़ेंगे। इसके लिए वह दस्तावेज तैयार कराने मध्य प्रदेश के गुना स्थित कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। मलखान ने कहा कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने जब ग्वालियर से लोकसभा चुनाव लड़ा था, तो मैंने उन्हें जिताने के लिए दिन-रात मेहनत की। इसके बाद उन्होंने मुझे धोखा दिया। आज उन्हें ग्वालियर से भागना पड़ा। अब वे हार के डर से मुरैना छोड़कर भोपाल जाने की तैयारी कर रहे हैं। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में भाजपा के बड़े नेताओं ने मुझे चंबल क्षेत्र में स्टार प्रचारक बनाकर भेजा, मुझे पार्टी से टिकट देने का वायदा भी किया गया था लेकिन तोमर ने विश्वासघात किया। कांग्रेस ने भी मुझे प्रचार के लिये बुलाया था लेकिन भाजपा नेताओं की बातों में आकर प्रचार करने नहीं गया। मलखान ने कहा कि चम्बल घाटी को नेताओं ने ही बदनाम किया है, हमने मजबूरी में बन्दूक उठाई लेकिन हमें चम्बल में रहते पता चला कि नेता लोग किस तरह मजबूरों को बिना गुनाह के जेल भिजवा देते हैं।
25 की उम्र में डकैत बने थे मलखान मलखान सिंह वर्तमान में मप्र के गुना जिले के ग्राम सुगनयाई में रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि वे 18 साल की उम्र में पहली बार भिंड जिले के बिलाव गांव से पंच बने थे। 25 साल की उम्र में गांव में मंदिर की जमीन को लेकर विवाद हुआ। इसके बाद उन्होंने 250 लोगों के साथ मिलकर डकै त गिरोह बनाया और खुद सरगना बने। उन्होंने 15 साल पहले निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर करैरा विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा, लेकिन हार गए थे। अब उन्हें उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री शिवपाल सिंह यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी (लोहिया) ने धौरहरा लोकसभा सीट से टिकट दिया है। वहां उनका मुकाबला भाजपा की सांसद रेखा वर्मा से है। मलखान कहते हैं कि धौरहरा क्षेत्र में मिर्धा-परिहार समाज के करीब डेढ़ लाख वोटर हैं। इसलिए उन्होंने पूर्व में कांग्रेस प्रत्याशी जतिन प्रसाद का चुनाव प्रचार किया था। उनका कहना है कि शिवपाल सिंह से उनके पुराने ताल्लुक हैं। वहां की जनता और शिवपाल सिंह के आग्रह पर उन्होंने चुनाव लड़ना तय किया है। वह तीन दिन बाद शिवपाल सिंह के साथ नामांकन दाखिल करेंगे।