प्रधानमंत्री मोदी ने अगले वर्ष तक भारत को दुनिया के टॉप 50 देशों की सूची में शामिल करने का भी संकल्प जताया
गांधीनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत दुनिया की मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभर रहा है, वर्ल्ड बैंक की डूंइंग बिजनेस रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले चार साल में भारत ने 65 क्रमांक की छलांग लगाई है। भारत अब क्षितिज व उर्ध्वाकार दिशा में विकास कर रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने अगले वर्ष तक भारत को दुनिया के टॉप 50 देशों की सूची में शामिल करने का भी संकल्प जताया। वाइब्रेंट गुजरात के मंच से पीएम नरेंद्र मोदी ने जहां अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाईं, वहीं नए भारत के निर्माण के लिए अपने साथ देश व दुनिया के उद्यमियों को भी संकल्प दिलाया। मोदी ने यहां एफडीआई, उज्जवला योजना, जीएसटी, हर घर बिजली योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि देश बदल रहा है। भारत को अगले साल तक दुनिया के टॉप 50 देशों की सूची में लाने के लिए उन्होंने अपनी टीम को लगा दिया है। बीते तीस साल में जहां विकास दर उच्च 7,3 रही, वहीं महंगाई दर न्यूनतम अंक 4,6 पर टिकी रही। वाइब्रेंट गुजरात अंतरराष्ट्रीय निवेशक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात दुनिया के समक्ष ग्लोबल फोरम के रूप में उभरा है। दुनिया के कई देशों, उनकी सरकारों व औद्योगिक जगत ने भारतीय अर्थतंत्र का लोहा माना है। एफडीआई, डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया व स्टार्टअप ने युवाओं के कौशल को पंख लगा दिए हैं। हॉरिजोंटल व वर्टिकल दिशा में प्रगति करना ही हमारी सबसे बडी चुनौती होगी। विविध राज्यों व समुदायों को होरिजोंटल तरीके से विकास का लाभ पहुंचाना व वर्टिकल तरीके से जीवन के स्तर व क्वालिटी ऑफ इन्फ्रास्ट्रक्चर को बढ़ाना हमारी सबसे बड़ी चुनौती है। अगले वर्ष तक देश को दुनिया के टॉप 50 देशों में शामिल करने के लिए पीएम ने अपनी टीम को कड़ी मेहनत करने की अपील की है। मोदी ने कहा बीते तीन दशक में उनक सरकार ने जहां विकास के मामले में सर्वाधिक 7,3 फीसदी वृद्ध दर हासिल की है, वहीं महंगाई को 4,6 की दर पर रोककर एक बड़ी उपलब्धी हासिल की है। भारत बिजनेस के लिए तैयार है। आज से पहले इतनी संभावनाएं कभी नहीं थी। उत्पादन लागत को घटाने तथा व्यापार को आसान बनाने के लिए सरकार ने गुड्स एंड सर्विस टैक्स (जीएसटी) को अमल में लाने के साथ करों का सरलीकरण किया है। व्यापार को सुगम बनाने में डिजिटल इंडिया का खासा योगदान है। डिजिटल प्रोसेस व सिंगल पॉइन्ट इंटरफेस से अब देश में व्यापार करना काफी आसान हुआ है। देश को मेन्यूफेक्चर का हब बनाकर युवाओं के लिए अधिक जॉब की संभावनाएं पैदा करना उनकी प्राथमिकता है। सरकार की डिजिटल इंडिया व स्किल इंडिया योजना मेक इन इंडिया में बड़ी मददगार साबित हो रही है, जिससे निवेश बढ़ा है।
भारत संभावनाओं की भूमि प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत डेमोक्रेसी, डेमोग्राफी व डिमांड के मामले में विशेष क्षेत्र बन गया है। भारत मानवीय मूल्यों का पालन करने वाला व मजबूत न्यायिक व्यवस्था वाला देश है। जीएसटी व आर्थिक सुधार कार्यक्रमों के चलते आज भारत दुनिया की तेजी से उभरती अर्थव्यवस्था के रूप में पहचान बनाने में कामयाब रहा है। डिजिटल इंडिया, स्किल इंडिया के चलते भारत मैन्युफेक्चरिंग का हब बनने की ओर बढ़ रहा है। क्लीन एनर्जी, रोड, पॉर्ट, रेलवे इलेक्ट्रिफिकेशन, एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर, क्वालिटी ऑफ लाइफ की दिशा में उल्लेखनीय काम हुआ है। देश के ग्रामीण इलाकों में 90 फीसद सड़कों का काम हुआ है। रेलवे इंजनों का इलेक्ट्रिफिकेशन डबल हुआ है। भारत में करोड़ों जनधन खाते खोले गए, करोड़ों की संख्या में कुकिंग गैस कनेक्शन दिए गए हैं। मोदी ने कहा इंडिया लैंड ऑफ अपॉच्युर्निटी बन गया है। वाइब्रेंट गुजरात के लिए भेजे गए विशेष संदेश में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि वाइब्रेंट गुजरात दो व्यक्तियों के पावरफुल संबंध व असीम संभावनाओं का प्रतीक है।
मुकेश अंबानी ने तीन लाख करोड़ के निवेश का किया एलान रिलायंस जिया की 4जी इंटरनेट डेटा, कॉलिंग व ब्रॉडबेंड सेवाओं से देश में मोबाइल क्रांति लाने वाले मुकेश अंबानी ने कहा है कि मोबाइल टेलीकॉम सेवा के लिए 5जी तकनीक तैयार है। अंबानी कभी भी देश को 5जी का तोहफा दे सकते हैं। अंबानी ने आगामी दस साल में तीन लाख करोड़ रुपये निवेश करने का एलान किया है।
गुजरात में अदाणी समूह 55 हजार करोड़ का निवेश करेगा अदाणी समूह के संस्थापक अध्यक्ष गौतम अदाणी ने वाईब्रेंट गुजरात में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेत्रत्व में भारत का दुनिया की पांच सबसे मजबूत अर्थव्यवस्था बना है। जनधन, उज्जवला, सौभाग्य, आयुष्मान भारत जैसी योजनाओं ने भारत की तस्वीर बदलने में अहम भूमिका निभाई है। गुजरात में अदाणी समूह 55 हजार करोड़ का निवेश करेगा, जिससे 50 हजार युवाओं को रोजगार दिया जा सकेगा।
उद्यमियों से निवेश की उम्मीद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने यूएस इंडिया स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप फोरम के चयरमैन जाॅन चेंबर्स के साथ आए प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की। उनके मुताबिक, वाइब्रेंट गुजरात को मुख्य उद्देश्य कौशल विकास के साथ नौकरियों के अवसर को पैदा करना है। फोरम के साथ मिलकर गुजरात को कौशल विकास, व्यापार व उद्योग जगत में काम करने का मौका मिलेगा। थाईलैंड के वाणिज्य उपमंत्री के साथ बैठक में रूपाणी ने पहली बार कंट्री पार्टनर बनने पर आभार जताया। रूपाणी ने कहा कि थाईलैंड व गुजरात में लंबे समुद्री किनारे व सूरत जैसे महानगर की समानता है। पर्यटन के क्षेत्र में थाईलैंड की विशेषज्ञता का लाभ भी गुजरात को मिलेगा। उन्हें पर्यटन के क्षेत्र में थाईलैंड के उद्यमियों से निवेश की भी उम्मीद है। थाईलैंड ने गुजरात के मोरबी में सिरामिक इंडस्ट्री के साथ ट्रेडिंग व इंपोर्ट में रुचि दिखाई है, जिसे सरकार एक बडी उपलब्धी के रूप में देख रही है। चेक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री के साथ मुलाकात में रूपाणी ने गुजरात में डिफेंस प्रोडक्शन व वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट के क्षेत्र में निवेश के लिए उम्मीद जताई। रूपाणी ने कहा 45 फीसद शहरी आबादी वाले गुजरात में वेस्ट वॉटर मैनेजमेंट समय की मांग है। इस समिट में दुनिया के सवा सौ देशों के राजदूत, प्रतिनिधियों ने शिरकत की है। इस समिट में नए भारत के निर्माण में सहभागी बनने की इच्छा जताई गई है। नौवें वाइब्रेंट गुजरात महोत्सव में इस बार 15 देश कंट्री पार्टनर बने हैं। दुनिया के नामी उद्यमियों सहित भारत के रिलायंस, अदाणी, महिंद्रा आदि औद्योगिक समूहों ने भारत के आर्थिक विकास की गति में भागीदार बनने के साथ गुजरात में निवेश की विविध संभावनाओं के प्रति संकल्प जताया। मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने गुजरात के विकास में भागीदार होने को वाइब्रेंट गुजरात समिट 2019 में आए देश व दुनिया के उद्यमियों का स्वागत करते हुए कहा कि गुजरात जैसे इन्वेस्टमेंट फ्रेंडली राज्य में निवेश के लिए विश्वास जताने के लिए धन्यवाद। उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी का नए भारत के निर्माण के संकल्प के प्रति आभार जताया। इससे पहले उन्होंने जर्मनी की कंपनी बीएसएफ के चैयरमेन डॉ मार्टिन के साथ वनटूवन मुलाकात की, जिसमें जर्मनी ने मुद्रा में 16000 करोड़ की लागत से देश के पहले ग्रीन एक्रीलिक वैलयूचैन कॉम्पलेक्स की स्थापना का एमओयू किया। नॉर्वे के भारत स्थित राजदूत निल्स रेगनर कामस्वेगे पहली बार वाइब्रेंट गुजरात के कंट्री पार्टनर के रूप में शामिल हुए हैं। नॉर्वे गुजरात में हेल्थकेयर तथा मरीन सेक्टर की विशेषज्ञता व तकनीक को साझा करेगा। वे एडवांस सॉल्युशन फॉर पोर्ट एंड वेसल्स ट्रैफिक मैनेजमेंट, एडल्वांस हेल्थकेयर के क्षेत्र में कई उद्योग जगत के साथ मिलकर काम करेगा। रूपाणी ने चाइना के काउंसिल फॉमर प्रमोशन ऑफ इंटरनेशनल ट्रेड के उपाध्यक्ष झेंग शेनफेंग से मुलाकात कर गुजरात में उद्योग निवेश लाने की गुजारिश की। चीन दुनिया की एक मजबूत इकोनॉमी होने के साथ विशाल आबादी वाला देश है, इसलिए रूपाणी ने चाइना से गुजरात में उद्योग व निवेश एंबेसडर नियुक्त किए जाने की बात कही। रूपाणी ने ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथवेल्स के गवर्नर डेविड हलरे से मुलाकात की। इस दौरान डिफेंस, एजुकेशन व एग्रीकल्चर के साथ आधारभूत ढांचे को सुद्रढ बनाने के लिए साथ मिलकर काम करने की संभावनाओं पर चर्चा की गई।
वाईब्रेंट गुजरात के पहले दिन के वीवीआईपी रिपब्लिक ऑफ उज्बेकिस्तान के राष्ट्रपति शावकत मिर्जियोयेव, डेनमार्क के प्रधानमंत्री लार्श रासमुशेन, चैक रिपब्लिक के प्रधानमंत्री आंद्रेज बाबिस, माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कैट, गवर्नर ऑफ न्यू साउथवेल्स- गवर्नर ऑफ द कॉनवेल्थ ऑफ ऑस्टेलियाडेविड हर्ली, रवांडा के विदेश मंत्री लूईस मुशिकीवाबो, नामीबिया के उद्योग मंत्री बर्नडेट, नीदरलैंड के टेक्सेसन-कस्टम सचिव, यूऐई के पर्यावरण मंत्री डॉ थनिबिन अहमद अल जउदी, सीईओ एंड प्रेसिडेंट ऑफ कॉन्ट्रा, मोरक्को के औद्योगिक निवेश व ट्रेड मंत्री, थाईलैंड के उपमंत्री, गवर्नर ऑफ कॉमनवेल्थ ऑफ केंटुकी आदि वाइब्रेंट गुजरात 2019 में पहले दिन शामिल हुए।
भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है यूएई यूएई से आए धानी अल जियाउदी ने कहा कि हमने हमेशा ने सहिष्णुता को बढ़ावा दिया है। भाषण में इंदिरा गांधी से लेकर पीएम मोदी तक के यूएई दौरों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि यूएई, अमेरिका और चीन के बाद भारत का तीसरा सबसे बड़ा व्यापारिक सहयोगी है।
नामीबिया ने कहा, भारत से रिश्ते मजबूत नामीबिया से मंत्री जेके रोदवेया ने कहा कि भारत और नामीबिया के रिश्ते काफी मजबूत हैं। उन्होंने इस दौरान भारत और नामिबीया के रिश्तों के इतिहास का भी जिक्र किया। साथ ही, उन्होंने नामीबिया में इनवेस्ट करने के लिए भी लोगों को आमंत्रित किया।
साउथ कोरिया ने कहा, भारत में वैश्विक ताकत बनने का माद्दा साउथ कोरिया से आए मंत्री किम योंग रे ने कहा कि भारत में वैश्विक अर्थव्यवस्था बनने की पूरी ताकत है। यहां तक की भारत एक ऐसा देश भी है जो कि सुपर कंप्यूटर बना सकता है और एक साथ सौ से ज्यादा सैटेलाइट्स छोड़ सकता है। उन्होंने मेक इन इंडिया इनिशिएटिव की भी तारीफ की।
नीदरलैंड के मंत्री बोले, मोदी के सुधारों में भागीदार बनना चाहते हैं नीदरलैंड के वित्त और टैक्स मंत्री मैनो स्नैल ने समिट के उद्घाटन पर भाषण के दौरान पीएम मोदी की तारीफ की। उन्होंने कहा कि पीएम की ओर से किए महत्वाकांक्षी आर्थिक सुधारों अब फल देने लगे हैं। उन्होंने कहा कि स्टार्टअप इंडिया, क्लीन इंडिया, गंगा कायाकल्प अभियान आदि कुछ ऐसी योजनाएं हैं, इनके परिणाम भी बहुत ही बेहतरीन आए हैं। उन्होंने कहा कि डच कंपनियां भी मोदी की इस सुधार मुहिम का हिस्सा बनना चाहती हैं। उन्होंने हिंदी में कहा, भारत और नीदरलैंड की दोस्ती हमेशा कामयाब रहेगी।
मोरक्को ने किया धन्यवाद, कहा- रिश्ते मजबूत होंगे मोरक्को की वित्त और उद्योग मंत्री रकिया एडरहैम ने कहा, भारत के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू का धन्यवाद कि उन्होंने एक ऐसी विदेश नीति का विकास किया जो कि एक-दूसरे के सम्मान और बराबरी के हक पर आधारित थी। उन्होंने समिट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गुजरात के सीएम विजय रुपाणी का भी धन्यवाद किया।
सीएम विजय रूपाणी ने किया स्वागत समिट में आए विदेशी मेहमानों और विभिन्न देशों के प्रधानमंत्रियों का सीएम विजय रूपाणी ने स्वागत किया। उन्होंने कहा कि वे इस समिट के जरिए भारत और विदेशों के बीच आर्थिक रिश्तों को मजबूत करना चाहते हैं।
जय-जय गरवी गुजरात से समिट की शुरुआत समिट की शुरुआत जय-जय गरवी गुजरात गीत से हुई। इसे वीररस के कवि नर्मद ने लिखा है। इस गीत में गुजरात के गौरवमयी इतिहास का वर्णन है। समिट में गीत की प्रस्तुति विश्व प्रसिद्ध लाइट वोकलिस्ट प्रहर वोहरा ने दी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने किया समिट का उद्घाटन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाइब्रेंट गुजरात समिट का उद्घाटन किया। मोदी के अलावा देशभर के छोटे-बड़े 19 उद्योगपति भी गुजरात पहुंचे हैं। इसके अलावा कई देशों के प्रधानमंत्री भी समिट के उद्घाटन पर पहुंचे हैं।
मोदी ने जोसेफ मस्कट से मुलाकात की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने माल्टा के प्रधानमंत्री जोसेफ मस्कट से गुजरात की राजधानी गांधीनगर में वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट से इतर मुलाकात की।
अनिल अंबानी-दासौ को न्योता नहीं गौरतलब है कि इस बार वाइब्रेंट गुजरात समिट में अनिल धीरूभाई अंबानी ग्रुप के चेयरमैन अनिल अंबानी को इस बार बुलाया ही नहीं गया है। राफेल विमान बनाने वाली कंपनी डसॉल्ट एविएशन का भी नाम सरकार द्वारा जारी लिस्ट से गायब है। अनिल अंबानी की ये अनदेखी तब हो रही है, जब राफेल डील में अनिल अंबानी की कंपनी को ठेका मिलने को लेकर केंद्र की मोदी सरकार आरोपों के घेरे में है। अनिल अंबानी 2003 से शुरू हुए गुजरात के इस शिखर व्यापार सम्मेलन में नियमित रूप से शामिल होते रहे हैं।
वाईब्रेंट गुजरात के पार्टनर देश ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, चेक रिपब्लिक, डेनमार्क, फ्रांस, जापान, मोरक्को, नॉर्वे, पौलेंड, दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, नीदरलैंड, यूएई, उज्बेकिस्तान।