मौसम के अप्रत्याशित रवैये से कई जिले हो सकते हैं प्रभावित
लखनऊ । मौसम के बदले रुख के मुताबिक रविवार को आसमान साफ रहेगा। अब दिनोदिन गर्मी के तेवर तीखे होंगे। इस समय कोई भी ऐसा प्रभावी कारक सक्रिय नहीं हैं, जिससे उत्तर प्रदेश का मौसम प्रभावी हो। उल्लेखनीय है कि पांच मई को पूर्वी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कई जिलों के कुछ क्षेत्रों में तेज हवा और गरज के साथ बारिश और ओला वृष्टि की संभावना के मद्देनजर विभिन्न जिलाधिकारियों ने सभी विभागों को हर वक्त सतर्क रहने को कहा था। आपदा आने के बाद बचाव और राहत देने की तैयारी भी रही। कुछ जिलों में सभी सरकारी कर्मचारियों का अवकाश निरस्त कर दिया था। पांच मई को गाजीपुर और श्रावस्ती समेत कई जिलों में विद्यालय बंद रखे।
रविवार को आसमान साफ रहेगा हालांकि अब बदले रुख पर मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को आसमान साफ रहेगा। दिन ब दिन अब गर्मी के तेवर तीखे होंगे। सुबह से ही गर्मी अपना असर दिखाने लगी। करीब नौ बजे ही तेज धूप निकल आई। दिन बढऩे के साथ गर्मी का असर और बढ़ता गया। तेज धूप के बीच दोपहर में लोगों का पसीना निकलने लगा। दिन ढलने के बाद हवाओं के चलने से कुछ राहत जरूर मिली। मौसम विभाग के निदेशक जेपी गुप्ता का कहना है कि राजधानी के साथ प्रदेश भर में मौसम अब साफ रहेगा। इस समय कोई भी ऐसा प्रभावी कारक सक्रिय नहीं हैं, जिससे प्रदेश का मौसम प्रभावी हो।
इन जिलों में रहेगा ज्यादा खतरा मौसम के अप्रत्याशित रवैये से गोरखपुर, बस्ती, मऊ, गाजीपुर, अंबेडकरनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, कुशीनगर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, पीलीभीत, रामपुर, बरेली, बदायूं, अलीगढ़, एटा, महामाया नगर, मथुरा, गौतमबुद्धनगर, बुलंदशहर, मुरादाबाद, मेरठ, बिजनौर, मुजफ्फरनगर और बागपत जिले प्रभावित हो सकते हैं। बिहार, उत्तराखंड, दिल्ली और हरियाणा से सटे इलाकों में मौसम अधिक अप्रत्याशित हो सकता है।बाराबंकी के जिलाधिकारी उदय भानु त्रिपाठी ने निर्देश जारी किया है कि उत्तर प्रदेश के अधिकांश जनपदों में चार से छह मई की अवधि में ओलावृष्टि, आंधी, तूफान एवं आकाशीय बिजली गिरने की संभावना व्यक्त की गयी है। दैवीय आपदा घटित होने पर प्रभावित परिवारों, व्यक्तियों को त्वरित सहायता प्रदान किए जाने एवं उन्हें दैवीय आपदाओं से सतर्क किए जाने के निर्देश हुए हैं। जिले के राजस्व, ऊर्जा एवं चिकित्सा तथा पशु चिकित्सा विभाग के सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को छह मई तक अवकाश स्वीकृत न किए जाए। विभागों के सभी अधिकारी, कर्मचारी अपने-अपने तैनाती स्थल उपस्थित रहेंगे व मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे। दैवी आपदा घटित होने पर प्रभावित परिवारों, व्यक्तियों के सहायतार्थ तत्पर रहेंगे।