21 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा का संकल्प पत्र के नाम से तैयार किया जा रहा घोषणा पत्र भी पार्टी का मास्टर स्ट्रोक होगा
रेवाड़ी । 21 अक्टूबर को होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए शुक्रवार को नामांकन समाप्त होने के बीद सभी दल जोरदार प्रचार के मोड में आ गए हैं। बड़े दलों में शुमार सत्तासीन भारतीय जनता पार्टी (Bhartiya Janta Party), इंडियन नेशनल लोकदल (Indian National Lokdal) और कांग्रेस (congress) दोनों ने अपने चुनाव घोषण पत्र (Election manifesto) पर तेजी से काम कर रहे हैं। इसी कड़ी में भाजपा एक ओर जहां मनोहर सरकार की उपलब्धियों को जनता के बीच लेकर जाएगी, वहीं संकल्प पत्र के नाम से तैयार किया जा रहा घोषणा पत्र भी पार्टी का मास्टर स्ट्रोक होगा। यह घोषणा पत्र पूरी तरह पार्टी की स्थापना के समय से चली आ रही अंत्योदय की नीति पर आधारित होगा। शीघ्र जारी होने वाले घोषणा पत्र में एक ओर जहां खेती-किसानी व गांव-गरीब के कल्याण का संकल्प नजर आएगा, वहीं दूसरी ओर कृषक श्रमिकों के कल्याण की भी चिंता दिखाई देगी।भाजपा की टीम ने इस संकल्प पत्र में विधानसभा चुनाव में पार्टी की शक्ति बढ़ाने वाले अहम बिंदु शामिल किए हैं। इसमें सिर्फ शहरों के विकास की ही बात नहीं होगी, बल्कि गांव के विकास, गुड गवनेर्ंस, सोशल सिक्योरिटी और युवा एवं रोजगार जैसे बिंदुओं पर विशेष ध्यान केंद्रित किया जाएगा। पार्टी का नजरिया युवा, महिला, अनुसूचित जाति व पिछड़ा वर्ग सहित हर वर्ग को प्रभावित करने वाला रहेगा। पार्टी बीएसपी (बिजली-सड़क-पानी) से भी आगे की सोच कर चल रही है। पार्टी अपने ‘सबका साथ-सबका विकास’ की टैग लाइन को सही सिद्ध करने के लिए सर्वे भवंतु सुखिन: का दृष्टिकोण सामने रखेगी।
बेरोजगारी पर घेरेगी कांग्रेस भाजपा के घोषणापत्र के जवाब में कांग्रेस भी आक्रामकता के साथ मैदान में आने की तैयारी में है। जिन बिंदुओं पर भाजपा खुद को दूसरों से आगे खड़ी पा रही है, उन्हीं बिंदुओं पर कांग्रेस भाजपा को घेरने का प्लान बना रही है। कांग्रेस का फोकस बेरोजगारी पर रहेगा। उनका दावा है मंदी के दौर में युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है।