ट्विटर करेगा अपने सारे यूजर्स को वेरिफाई, जानें कैसे
ट्विटर जल्द ही अपने सारे ही यूजर्स को उनकी पहचान सिद्ध करने के आधार पर वेरिफाई(सत्यापित) करना चाहता है। इससे जानना आसान होगा कि प्लेटफॉर्म पर आने वाला यूजर असल में यूजर हैं या फिर कोई बोट(यंत्र) तो नहीं।
ट्विटर के सीईओ जैक डॉर्से ने शुक्रवार को कहा कि कंपनी कोई ऐसा तरीका खोजने की कोशिश कर रही हैं, जिसके जरिए यूजर खुद ही अपने अकाउंट को सत्यापित कर सके। ऐसे में यूजर्स अपने बारे में ज्यादा जानकारियों का सत्यापन कर पाएंगे। वे कहते हैं इस प्रक्रिया को इस तरह किया जाएगा कि यूजर्स खुद ही अपने अकाउंट को वेरिफाई करे। साथ ही कंपनी यूजर्स के बारे में किसी भी आधार पर कोई राय नहीं बनाना चाहती।
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साल 2009 में ट्विटर ने वेरिफाइड यूजर्स की पहचान के लिेए उनके नाम के आगे नीले रंग का टिक मार्क(निशान) लगाने की शुरुआत की थी। इस तरह का यह निशान सेलिब्रिटीज, खिलाड़ियों और पब्लिक फिगर्स को दिया जाता था, ताकि कोई भी उनकी पहचान से प्रोफाइल बनाकर उसका गलत इस्तेमाल न कर सके। कुछ समय बाद इस निशान को पत्रकारों और अन्य मशहुर लोगों को भी दिया जाने लगा। साथ ही यूजर्स इसके लिए अप्लाई भी कर सकते हैं लेकिन उन्हें यह भी बताना होता है कि उन्हें इसकी जरूरत क्यों है।
ट्विटर के प्रोडक्ट डायरेक्टर डेविड गास्का के अनुसार यूजर्स वेरिफिकेशन मार्क(नीले निशान को) को विश्वसनीयता के लिहाज से देखते हैं और मानते हैं कि वह यूजर, जो भी शेयर कर रहा है ट्विटर उसका समर्थन करता है, जबकि ऐसा नहीं है।