अंकिता की न्यायिक हत्या की आशंकाः करन माहरा
पौड़ी। कांग्रेस की स्वाभिमान न्याय यात्रा अंकिता भंडारी के गांव डोभ श्रीकोट पहुंची। इस दौरान कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा और मनीष खंडूड़ी ने अंकिता के परिजनों से मुलाकात की। साथ ही अंकिता को न्याय दिलाने के लिए हर संभव मदद का भरोसा दिया। कांग्रेसियों ने परिजनों के साथ दिवंगत अंकिता की स्मृति में एक फलदार पौधा भी रोपा। करन माहरा ने आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर हत्याकांड के सारे सबूतों को नष्ट किया गया। आज तक वीआईपी के नाम को सार्वजनिक नहीं किया गया। दरअसल, पौड़ी से शुरू हुई कांग्रेस की स्वाभिमान न्याय यात्रा करन माहरा की अगुवाई में डोभ श्रीकोट स्थित दिवंगत अंकिता भंडारी के गांव पहुंची। पौड़ी शहर से करीब 15 किमी दूर अंकिता के गांव तक कांग्रेसियों ने पदयात्रा की। जहां कांग्रेसियों ने पूरे रास्ते अंकिता को न्याय दिलाने को लेकर जमकर नारेबाजी भी की।
इसी बीच कोटद्वार कोर्ट से लौट रहे अंकिता के माता-पिता की स्वाभिमान न्याय यात्रियों से भेंट हो गई। जिसके बाद अंकिता की माता सोनी देवी और पिता वीरेंद्र भंडारी के साथ कांग्रेस की टीम उनके घर पहुंची। जहां उन्होंने दिवंगत बेटी की स्मृति में पौधारोपण भी किया।
सामाजिक कार्यकर्ता आशुतोष नेगी ने भी सभी दलों और गढ़वाल-कुमाऊं के लोगों से स्वाभिमान न्याय यात्रा से जुड़ने की अपील की। ताकि पहाड़ की बेटी अंकिता भंडारी को न्याय मिल सके। उधर, अंकिता के परिजनों ने इस लड़ाई में उनका साथ देने के लिए कांग्रेसियों का आभार जताया।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करन माहरा ने कहा कि पहले तो सरकार ने अंकिता भंडारी हत्याकांड के वीआईपी को बचाने के लिए सारे सबूत नष्ट कराए। यहां तक कि वनंत्रा रिजॉर्ट में बुलडोजर तक चला दिया। जिससे रिजॉर्ट से सारे सबूत नष्ट हो गए। अब उन्हें डर है कि कहीं उसकी अब न्यायिक हत्या न हो। करन माहरा ने कहा कि जिस तरह से परिजनों के बार-बार आग्रह करने पर भी अंकिता केस में सरकारी वकील नहीं बदला। जब अंकिता की मां सोनी देवी ने आत्मदाह की चेतावनी दी, तब जाकर सरकार की नींद टूटी और सरकारी वकील को बदलने की कार्रवाई शुरू हुई। उन्होंने हर समय भंडारी दंपत्ति को मदद का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें जरूरत होगी, पूरी कांग्रेस टीम उनके साथ खड़ी होगी।