अंकिता मामले मे पेश चार्ज शीट सरकार और आहत लोगों की मंशा, कांग्रेस के लिए आँख खोलने जैसाः चौहान
देहरादून। भाजपा ने कहा अंकिता हत्या कांड को लेकर एसआईटी की कोर्ट मे पेश चार्ज शीट सरकार तथा उन लोगों की मंशा को प्रदर्शित करती है, जो इस जघन्य हत्याकांड से आहत है। वहीं उन कांग्रेसी नेताओं के लिए आँख खोलने वाला जबाब भी है जो रोजाना झूठ परोस रहे है। भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान ने कहा कि रोजाना साक्ष्य व गवाह मिटाने का राग अलापने वालों को एसआईटी द्धारा पेश रिपोर्ट का अवलोकन करने की जरूरत है जिसमे जाँच एजेंसी के द्वारा 97 गवाहों और फोरेंसिक सबूत रखे गए है। वहीं स्पेशल सर्विस और वीआईपी पर भी संदेह को निर्मूल किया गया है। जाँच एजेंसी ने इसमे भी गवाह रखे है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता इस पर लगातार गुमराह और झूठ परोसते रहे है।
चौहान ने एसआईटी द्धारा अंकिता मर्डर केस को लेकर न्यायालय में पेश फाइनल चार्जशीट पर भरोसा जताते हुए यथाशीघ्र दोषियों को सजा मिलने की उम्मीद जताई है। उन्होंने कहा कि इस रिपोर्ट ने उन तमाम राजनैतिक व गैरराजनैतिक आशंकाओं व प्रश्नों का कानूनी जबाब दे दिया है। सबूत-गवाह मिटाने का भ्रम फैलाने वाले कॉंग्रेस नेताओं पर उन्होने पलटवार किया कि 500 पेज की इस चार्जशीट के अनुशार एक-दो नहीं रिकॉर्ड 97 गवाह अंकिता को न्याय दिलाने के लिए पेश किए गए है। इसके अतिरिक्त जिन तथ्यात्मक व फोरेंसिक साक्ष्यों का जिक्र रिपोर्ट में किया गया है वह दोषियों को अपने किये की कठोरतम सजा दिलाने के लिए प्रयाप्त हो सकते है। इसके अलावा जाँच एजेंसी आरोपियों का नार्काे टेस्ट कराने के लिए प्रयासरत है। यह भी अतिरिक्त सुबूत हो सकते है। उन्हांेने कहा प्रदेशवासी इस दुखद घटना को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के संवेदनशील रुख व सख्त कार्यवाही को लेकर पहले दिन से संतुष्ट थी, अब चार्जशीट दाखिल होने के बाद न्याय मिलने को लेकर उनका भरोसा और अधिक बढ़ गया है।
श्री चौहान ने कॉंग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा, जो तथ्यात्मक व फोरेंसिक साक्ष्यों से छेड़छाड़ के संगीन आरोप लगाकर लोगों की भावनाओं को भड़काने की साजिश में लगे हैं उनको अब सार्वजनिक माफी मांगनी चाहिए। कांग्रेस के कार्यकाल मे तत्कालीन सीएम हरीश रावत के समय हल्द्वानी की मासूम परी से दुष्कर्म व हत्या को लेकर एफआईआर दर्ज़ होने में हफ्तों लग गए हों, उन्हे अंकिता मामले मे 24 घंटों में आरोपियों को सलाखों के पीछे पहुंचाना कहाँ हजम होने वाला है ? कॉंग्रेस नेताओं की कल्पना से परे धामी सरकार का त्वरित और कठोरतम कार्यवाही करते हुए आरोपियों पर गैंगस्टर एक्ट लगाना, फास्ट ट्रेक कोर्ट की संस्तुति एवं अब नार्काे टेस्ट को लेकर प्रयास करना कांग्रेस पचा नही पा रही है।
उन्होंने कहा कि जिस पार्टी के नेताओं का इतिहास तंदूर और भंवरी देवी कांड जैसे अनगिनत जघन्य महिला अपराधों से भरा हो, आज भी देश भर में जिनकी राज्य सरकारें महिला अत्याचारों में शीर्ष पर हों उनका ऐसे दुखद प्रकरणों पर ज्ञान बांटना समझ से परे है। उन्होने अफसोस जताते हुए कहा कि प्रदेश कॉंग्रेस के शीर्ष नेता अपने आलाकमान के इशारों पर एक सोची समझी साजिश के तहत देवभूमि की छवि को धूमिल करने की कोशिश में जुटे हैं, जिसके लिए प्रदेश की महान जनता उन्हे कभी माफ नहीं करने वाली है।