नियुक्ति और प्रमोशन में आरक्षण न देने पर भाजपा सरकार को जमकर कोसा
हल्द्वानी। कांग्रेस कमेटी अनुसूचित प्रकोष्ठ के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश लिलोठिया ने भाजपा की केंद्र और उत्तराखंड सरकार पर दलित, महिला और संविधान विरोधी होने का आरोप लगाया है। लिलोठिया ने बैकलॉग पदों पर भर्ती न करने, उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में नियुक्ति और प्रमोशन में आरक्षण न देने के मामले में भी भाजपा सरकार को जमकर कोसा। स्वराज आश्रम में रविवार को आयोजित पत्रकार वार्ता में लिलोठिया ने कहा कि देशभर में महिलाओं के साथ अत्याचार बढ़ गए हैं। हाथरस में किशोरी के साथ घिनौना अपराध करने वालों को वहां की योगी सरकार ने बचाने का काम किया। एससी/एसटी/ओबीसी के मुद्दों पर भी भाजपा गंभीर नहीं है।
इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि राज्य में बैकलॉग के 40 हजार पद भरे ही नहीं गए। इस मुद्दे को बाहर लाने के लिए कांग्रेस एससी विभाग ने लगातार 65 दिनों तक धरना और विरोध प्रदर्शन किया। उत्तराखंड में कांग्रेस की सरकार आने पर सभी रिक्त बैकलॉग पदों को भरा जाएगा। लिलोठिया ने उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय में 56 पदों पर की गई भर्ती मामले में भी भाजपा सरकार पर आरोप लगाए। कहा कि भाजपा ने अपने कार्यकर्ताओं को खपाने के लिए गुपचुप भर्ती करा दी। सत्तासीन होने के बाद कांग्रेस इन सभी भर्तियों की जांच कराएगी। प्रमोशन में आरक्षण मामले में लिलोठिया ने कहा कि कांग्रेस द्वारा हाईकोर्ट में रिट दायर की गई। जिसका फैसला सुनाते हुए कोर्ट ने सरकार को प्रमोशन में आरक्षण लागू करने के निर्देश दिए। लेकिन अपनी दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाते हुए भाजपा ने लाखों रुपये लुटकार एक वकील के जरिए मामला सुप्रीम कोर्ट में पहुंचा दिया। जिससे कि हाईकोर्ट के फैसले को निरस्त कराया जा सके। भाजपा सरकार के इस कृत्य का कांग्रेस हर मोर्चे पर विरोध करती है। पत्रकार वार्ता में एआईसीसी की सचिव जरिता लैतफलांग, जिलाध्यक्ष सतीश नैनवाल, महानगर अध्यक्ष राहुल छिम्वाल, इंदरपाल आर्य, यशपाल आर्य, सूरज प्रकाश, हेमा, लक्ष्मण धपोला, मनीष, कल्याण चन्याल आदि मौजूद रहे।