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रावण के पुतला दहन के साथ नशा रोग को मिटाने का ले संकल्प :-ज्योति बाबा
कानपुर । पैसिव स्मोकिंग के कारण दुनिया में 50 लाख से ज्यादा बच्चों को गर्भ में ही गंभीर बीमारियों का शिकार बनना पड़ रहा है लगभग 98% परिवारों में नशे का रोग किसी न किसी रूप में विद्यमान है सबसे दुखद पहलू 13 वर्ष के नीचे के बच्चों में तंबाकू व उनके उत्पादों की 35% प्रतिवर्ष की दर से बढ़ोतरी हो रही है अकेले तंबाकू के कारण भारत में तंबाकू व उससे संबंधित उत्पादों के सेवन से प्रतिवर्ष 25 लाख लोगों की मौत हो जाती है उपरोक्त बात स्मोक फ्री स्मार्ट सिटी कानपुर संकल्प के तहत सोसाइटी योग ज्योति इंडिया व पंडित दीनदयाल उपाध्याय एग्रीकल्चर एंड आयुर्वैदिक रिसर्च संस्थान के तत्वाधान में प्रेस क्लब कानपुर में आयोजित प्रेस वार्ता में कानपुर यूथ एडोलिसेंस स्कूल टोबैको सर्वे रिपोर्ट जारी करते हुए अंतर्राष्ट्रीय नशा मुक्ति अभियान के प्रमुख व योग ज्योति के राष्ट्रीय निदेशक योग गुरू ज्योति बाबा ने कहीं।
ज्योति बाबा ने आगे कहा कि पैसिव स्मोकिंग व वायु प्रदूषण के चलते विश्व स्वास्थ्य संगठन का आकलन है कि दुनिया भर में हर साल लगभग 1.3 करोड़ लोग उन पर्यावरणीय कारकों से मर रहे हैं जिनसे बचा जा सकता है हर साल 60 करोड़ पेड़ सिर्फ इसलिए काट दिए जाते हैं ताकि 60 खराब सिगरेट बनाई जा सके, इसीलिए बच्चो, किशोरो व युवाओं को कैंसर के मुख में जाने से बचाने के लिए ईको ग्रीन हुक्काबार पार्क बनाए जाएं। राष्ट्रीय संरक्षक योग ज्योति डॉक्टर आर पी भसीन ने कहा कि सभी स्कूल कॉलेज के छात्र-छात्राओं को कोटपा ला -2003 के बार में जागरूक करने के साथ नेचर बेस्ड जागरूकता की विभिन्न एक्टिविटीज को जोर-शोर से किया जाए, क्योंकि योग ज्योति द्वारा ज्योति बाबा के नेतृत्व में 110 वार्डों के 110 स्कूलों में लगभग 1470 किशोर व किशोरियों पर आठ माह के अथक परिश्रम से तैयार सर्वे रिपोर्ट में नशे से पीड़ित किशोरो- किशोरियों की खतरनाक स्थिति आई है, इसीलिए हम सभी को मिलकर नशा मुक्त भारत के लिए नशे के रावण को प्रतिदिन जलाना होगा।
समाजसेवी राष्ट्रीय अध्यक्ष अमरजीत सिंह पम्मी भैया ने कहा कि बच्चों को माउथ फ्रेशनर से पान मसाला तंबाकू खाने की लग जाती है क्योंकि एक बार लाइसेंस मिलने के बाद कोई भी यह चेक नहीं करता है की जो पाउच में लिखा है क्या वह उसमें है या नहीं,इसीलिए बहुत बड़ी आबादी का मानना है कि इसमें कोई ना कोई सिंथेटिक ड्रग्स मिलाया जाता है बच्चों से सर्वे में विभिन्न प्रश्न नशे के सेवन से संबंधित घुमा फिरा कर पूछे गए जिनके उत्तर नकारात्मक ही आए, इसीलिए उड़ता पंजाब बनने से पहले समर्थ एवं स्वस्थ उत्तर प्रदेश बनाने के लिए एकजुट होकर नशे के रोग पर प्रहार करें। डॉ वी. एन त्रिपाठी भूतपूर्व डीजी हेल्थ एंड मेडिकल उत्तर प्रदेश ने कहा कि बच्चों के स्पेशलिस्ट डॉक्टर होने के नाते मैं यह कह सकता हूं कि बच्चों के विभिन्न रूपों के नशा सेवन के चलते युवावस्था में कैंसर ,डायबिटीज व हार्ट अटैक जैसी घातक रोगों का तोहफा जरूर मिलेगा इसीलिए देश की भावी पीढ़ी को स्वस्थ बनाने के लिए एक युद्ध नशे के विरुद्ध करना ही होगा । अन्य प्रमुख प्रेस वार्ता में भाग लेने वाले भागवताचार्य सुमित शास्त्री, विकास गौड़, शैलेश चौरसिया इत्यादि थे।