पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को दिल का दौरा पड़ने की वजह से दिल्ली के एम्स अस्पताल में हुआ निधन
नई दिल्ली। पूर्व विदेश मंत्री और भाजपा की वरिष्ठ नेता सुषमा स्वराज का मंगलवार रात दिल का दौरा प़़डने से निधन हो गया। वह 67 वर्ष की थीं।
सूत्रों के मुताबिक, रात नौ बजे दिल का दौरा पड़ने के बाद उन्हें एम्स में भर्ती कराया गया था। पांच डॉक्टरों की टीम ने उनका इलाज शुरू किया, लेकिन उन्हें बचाया नहीं जा सका। उन्हें देखने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हषर्षवर्धन तथा नितिन गडकरी भी एम्स पहुंचे थे। करीब ढाई साल पूर्व उन्होंने किडनी ट्रांसप्लांट कराया था और उसके बाद से ही उनका स्वास्थ्य कमजोर रहा। संसदीय राजनीति से अलग होने के बावजूद वह देश के घटनाक्रमों को लेकर काफी सक्रिय बनी हुई थीं। मंगलवार को भी तबीयत बिग़़डने से कुछ ही देर पहले उन्होंने अनुच्छेद 370 को समाप्त किए जाने पर ट्वीट कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह को बधाई दी। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा– ‘प्रधानमंत्री जी, आपका हार्दिक अभिनंदन। मैं अपने जीवन में इस दिन को देखने की प्रतीक्षा कर रही थी।’ वहीं, उन्होंने शाह के लिए लिखा– ‘गृह मंत्री श्री अमित शाह जी को उत्कृष्ट भाषषण के लिए बधाई।’
दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कई मंत्रालयों की केंद्रीय मंत्री रह चुकी स्वराज पिछली लोकसभा में मध्य प्रदेश की विदिशा सीट से सांसद चुनी गई थीं। लेकिन इस साल वह स्वास्थ्य कारणों से ही आम चुनाव नहीं ल़़डीं। उन्होंने विदेश मंत्री के तौर पर बड़ी भूमिकाएं निभाईं। विदेश में फंसे भारतीय लोगों के परिजनों ने कई बार उनको ट्वीट कर मदद मांगी और हर बार लोगों की मदद के लिए वह आगे आईं। इंदिरा गांधी के कार्यकाल में इमरजेंसी के दौरान अपने राजनीति करियर की शुरुआत करने वाली सुषमा स्वराज ने वर्ष 1977 में हरियाणा से विधायक निर्वाचित हुई थीं। सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रही थीं। 16वीं लोकसभा में वह मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं। इस बार उन्होंने खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। विदेश मंत्री रहते हुए वह सोशल मीडिया पर शिकायतों को सुनने और उनके निपटारे के लिए काफी लोकप्रिय थीं। वह दिल्ली की मुख्यमंत्री भी रह चुकी हैं।