मुन्ना बजरंगी: हत्या के साजिशकर्ताओं को तलाश रही पुलिस
बागपत । माफिया डॉन मुन्ना बजरंगी की हत्या के मामले में जेल के बंदी और स्टाफ जुबान खोलने को तैयार नहीं हैं। पुलिस के अनुसार कुख्यात सुनील राठी ने हत्या करने का जुर्म इकबाल किया है। अभी तक की जांच में पुलिस मान रही है कि अकेले राठी ने ही बजरंगी की हत्या की है। पुलिस साजिशकर्ताओं का पता लगाने जुटी है। झांसी जेल से अदालत में पेशी के लिए लाए गए मुन्ना बजरंगी की नौ जुलाई को बागपत जेल में गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई थी। हिस्ट्रीशीटर सुनील राठी ने उसकी हत्या का इकबाल किया था। उसकी निशानदेही पर सेफ्टी टैंक से वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद हुई थी। इतनी बड़ी घटना को क्या राठी अकेला अंजाम दे सकता है। यह सवाल हर किसी के जहन में उठ रहा था, लेकिन जेल में अभी तक एक भी शख्स ऐसा नहीं मिला कि जो पुलिस के सामने बोल सके कि राठी के साथ कोई और भी उसकी हत्या में शामिल रहा है।
इसके लिए पुलिस जेल के सैकड़ों बंदियों से पूछताछ कर चुकी है। हर किसी का एक ही जबाव है कि साहब उनको कुछ नहीं पता। कई बंदी तो जेल में फायङ्क्षरग की आवाज सुनने से भी इन्कार कर रहे हैं। इसलिए राठी ने जो कहा, पुलिस उसी पर यकीन कर रही है। पुलिस की जांच बहुत धीमी गति से आगे बढ़ रही है। पुलिस ने अभी तक मुन्ना बजरंगी की पत्नी सीमा ङ्क्षसह द्वारा, जिन लोगों पर आरोप लगाया है, उनसे भी पूछताछ नहीं की है। उधर, एसपी जयप्रकाश का कहना है कि अभी तक की विवेचना में सुनील राठी की ही मुन्ना बजरंगी की हत्या में भूमिका पाई गई है। हालांकि जांच पड़ताल चल रही है। राठी के करीबियों की भूमिका की जांच की जा रही है। हत्या की साजिश किसने रची है इसका पता लगाने का प्रयास किया जा रहा है। जल्द ही राजफाश कर दिया जाएगा।
तीस और लोगों से की गई पूछताछ
पुलिस की टीम ने गुरुवार को भी जेल में पहुंचकर बंदियों से पूछताछ कर बयान दर्ज किए। इस तरह से पुलिस अब तक 130 लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।
राठी के करीबी नहीं मिल रहे घर पर
सुनील राठी गिरोह के सदस्यों को पुलिस पकडऩे के लिए उनके घर पर दबिश दे रही है, लेकिन आरोपित वहां पर नहीं मिल रहे है। जो इक्का-दुक्का मिलता है वहीं मुन्ना बजरंगी की हत्या के बारे में जानकारी होने से हाथ खड़े कर देते है।