मुख्य सचिव ने प्रदेश में पर्यटन के समग्र विकास हेतु सचिवालय में एक समीक्षा बैठक की आयोजित
देहरादून। मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह की अध्यक्षता में उनके सभाकक्ष में पर्यटन एवं नागरिक उड्डयन विभाग द्वारा प्रदेश में पर्यटन के समग्र विकास हेतु समर्पित 13 जनपद 13 डेस्टिनेशन, होम स्टे योजना, चारधाम यात्रा सुविधाओं के विकास, पांच सितारा होटल निर्माण के प्रोत्साहन और हिमालय दर्शन इत्यादि योजनाओं के कार्यों, रणनीति और प्रगति की समीक्षा बैठक आयोजित की गयी। चारधाम यात्रा में आवश्यक सुविधाओं का मास्टर प्लान तथा पार्किंग, शौचालय एवं पर्यटक सूचना केन्द्र इत्यादि के संबंध में सचिव पर्यटन ने अवगत कराया कि 76 मॉडर्न टॉयलेट बनाये जा रहे हैं तथा पार्किंग, पर्यटन सूचना केन्द्र इत्यादि के कार्यों की लगातार फीड बैक ली जा रही है। इस पर मुख्य सचिव ने निर्देश दिये कि जिन लोकेशन्स से पैसेन्जर गुजरते हैं अथवा उत्तराखण्ड में जहां से चारधाम यात्रा की शुरूआत करते हैं उन पर आकर्षक साइनबोर्ड लगायें तथा यात्रियों को ए.टी.एम होटल, स्टे स्थल, पार्किंग, कैफे इत्यादि विभिन्न स्पॉट की जानकारी देने के लिए इलेक्ट्रौनिक फॉर्मेट सूचनायें प्रस्तुत करने की व्यवस्था भी सम्मिलित करें। साथ ही साफ-सूथरे शौचालय, कैफे एवं पर्यटन सूचना केन्द्रों को आकर्षक बनाने की दिशा में बेहतर कार्य करने के निर्देश दिये।
सचिव पर्यटन दिलीप जावलकर ने होम स्टे योजना के संबंध में अवगत कराया कि अब तक कुल 2006 होम स्टे पंजीकृत हो चुके हैं जिसको बढ़ाने के लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। मुख्य सचिव ने होम स्टे पंजीकरण की प्रगति को तेजी से बढ़ाने की भी बात कही। उन्होंने मुख्य सचिव को यह भी अवगत कराया कि चारधाम यात्रा के विकास से सम्बन्धित कार्य तेजी से चल रहे हैं और चारधाम यात्रा सीजन शुरू होने से पूर्व पूर्ण हो जायेंगे। उन्होंने कहा कि पांच सितारा होटल निर्माण के सम्बन्ध में संदर्भित प्राइवेट कंपनियों से बात चल रही है। साथ ही, हिमालय दर्शन योजना के लिए उत्तराखण्ड नागरिक उड्डयन विभाग प्राधिकारण (युकाडा) द्वारा टेण्डरिंग की प्रक्रिया प्रारंभ कर दी गयी है और आगामी 7 जनवरी 2020 को टेण्डर खुलेंगे। इसके अतिरिक्त टूर ऑपरेटर्स से शर्तों के संबंध में म्व्प् (एम्पप्रेशन ऑफ इन्टरेस्ट) मांगी गयी है।
मुख्य सचिव ने पिथौरागढ़ में ट्यूलिप गार्डन को डेवलप करने के संबंध में निर्देश दिये कि अलग-अलग सीजन में कौन-कौन से फ्लावर हो सकते हैं, उसकी स्टडी करें तथा अभी पॉयलट प्रोजेक्ट के तौर पर हालैण्ड (विदेशी) तकनीक के अनुसार ट्यूलिप गार्डन पर कार्य प्रारंभ कर दें। निर्देश दिये कि पर्यटन के निर्माण से सम्बन्धित भूमि इत्यादि के संबंध में यदि कोई विवाद हो उसका तेजी से समाधान करते हुए कार्यों में तेजी लायें। उन्होंने होटल द्रोण और उसके पास की परिवहन विभाग की भूमि को टाइअप करते हुए हस्तांतरण की कार्यवाही तेजी से करने के निर्देश भी दिये जिससे दोनों को पर्यटन गतिविधियों के मकसद से एक किया जा सके।
इस अवसर पर बैठक में अपर सचिव मेजर योगेन्द्र यादव, निदेशक प्लानिंग ऑफ उत्तराखण्ड टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड, आशीष भटगई, निदेशक अवस्थापना आर.के.तिवारी, संयुक्त निदेशक दिनेश वर्मा, अनु सचिव ललित जोशी व अतुल सिंह सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।