फर्जी कुटरचित मुख्तारनामा बना साथियों को ही बेच डाली जमीन
देहरादून। रजिस्ट्रार ऑफिस के दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर सैकड़ों करोड़ की रजिस्ट्री की गुत्थी अभी ढंग से सुलझी भी नहीं थी कि कुछ भू माफियाओं ने मिलकर सहस्त्रधारा रोड़ पर एक जमीन की फर्जी पॉवर ऑफ अटॉर्नी बना इस जमीन की रजिस्ट्री अपने साथियों के नाम करा दी। भू स्वामी जब अपनी जमीन पर पहुंचे तो यह फर्जी क्रेता उन्हें धमकाने लगे। गौरतलब है कि इन सभी फर्जी व्यक्तियों के आधार कार्ड़ों की जांच सरकारी पोर्टल पर करने वह अमान्य पाये गये हैं। भू स्वामी की शिकायत पर पुलिस ने इन षड्यंत्रकारी भू माफियाओं के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दिया। पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है।
मिली जानकारी के अनुसार अजय आनंद पुत्र स्व जगदीश लाल निवासी 6, पीडी टंडन मार्ग, देहरादून ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराते हुए बताया है उनकी भूमि खाता संख्या तिरसठ, खाता संख्या दो, खाता संख्या तीन, खाता संख्या इक्कीस, खाता संख्या अठहत्तर, खाता संख्या तिहत्तर, खाता संख्या तिरासी, खाता संख्या उन्नासी, खाता संख्या तेहीस, खाता संख्या बीस, खाता संख्या सैंतीस में वर्णित खसरा नंबरान में स्थित मौजा खुरावा, परगना परवादून, तहसील सदर, जिला देहरादून में स्थित भूमि पर वह काबिज हैं और उनकी भूमि में बाउंड्री वॉल आदि निर्मित है। गत 19 अगस्त को जब वह अपनी भूमि पर गए तो कुछ व्यक्ति जिन्होंने अपना नाम दीपक सिंह, अभिषेक कोठारी, गौरव पुंडीर आदि बताया और कहने लगे कि यह जमीन उन्होंने खरीदी है और उनसे अभद्रता व गाली-गलौज करने लगे। जिस पर वादी ने उनसे कहा कि यह जमीन उन्होंने किसी को नहीं बेची है तो इस जमीन के मालिक वह लोग कैसे हो गए। बाद में जब पीड़ित ने उक्त मामले में रजिस्टार ऑफिस देहरादून में संपर्क किया पता चला कि एक व्यक्ति मिंटू कुमार पुत्र सोम सिंह द्वारा अपने माफिया साथियों मनीष कुमार पुत्र किशन चंद निवासी दून विहार बस्ती जाखन व अखलाख अहमद पुत्र शरीफ अहमद निवासी उनतरी गांव भगवंतपुर, देहरादून के साथ मिलकर अजय आनंद व उसकी पत्नी रचना आनंद के स्थान पर किन्हीं दो अन्य व्यक्तियों को खड़ा कर कर एक फर्जी मुख्तारनामा दिनांक 16-4-2023 को उपनिबंधक कार्यालय, द्वितीय देहरादून में दस्तावेज संख्या 241/ 2023 के रूप में निष्पादित कराया और इस फर्जी मुख्तारनामे के आधार पर अपने अन्य साथियों अभिषेक कोठारी, दीपक सिंह व गौरव पुंडीर के नाम दस्तावेज 2114, 2402, 4885 व 4933 में रजिस्ट्री 2023 में कर दी गई थी। उपरोक्त सभी लोगों ने गिरोह बंद होकर कुटरचित दस्तावेज तैयार कर किसी फर्जी व्यक्ति को अजय आनंद दिखाकर वह फर्जी महिला को प्रार्थी की पत्नी रचना आनंद दिखाकर फर्जी तरीके से इस भूमि को विक्रय कर दिया है। गौरतलब है कि इन सभी फर्जी व्यक्तियों के आधार कार्ड़ों की जांच सरकारी पोर्टल पर करने वह अमान्य पाये गये हैं। पीड़ित ने फर्जी अजय आनंद व फर्जी रचना आनंद, अभिषेक कोठारी, दीपक सिंह, गौरव पुंडीर, सिद्धार्थ अरोरा, विक्रांत पूरी, मिंटू सिंह, मनीष कुमार व अखलाख अहमद के विरुद्ध गिरोह बंद होकर कूट रचित दस्तावेज तैयार करने व खुद को लाभ पहुंचाने व पीड़ित को हानि पहुंचाने के उद्देश्य से उसके व उसकी पत्नी रचना आंनद के नाम की भूमि को विक्रय करने को लेकर उपरोक्त के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। वादी की शिकायत पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 120 बी, 419, 420, 504, 467, 468 व 471 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया। पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी को लेकर छापेमारी कर रही है।