लोक डाउन का पालन करते हुए हुई अनोखी शादी,सैनिटाइजर से बरातियों का स्वागत, माला की जगह पहनाया मास्क
हमीरपुर। शादी का मतलब बैंड-बाजा, नाचते बराती, पंडाल में ताम-झाम और नाते-रिश्तेदारों की ठिठोली…ऐसी शादी का सपना ही हर दूल्हा दुल्हन देखती है। लेकिन, यहां कुछ अलग ही तरह से शादी की परंपरा निभाई गई, जिसके बारे में दूल्हा और दुल्हन ने कभी सपने में नहीं सोचा होगा। लॉक डाउन के बीच यह अनोखी शादी हुई हमीरपुर के छानी बुजुर्ग गांव में।
पांच लोगों की आई बरात दरअसल, यहां रहने वाले वीरनारायण की पुत्री प्रिया की शादी ग्राम छानी खुर्द निवासी प्रधानाध्यापक कामता प्रसाद पांडेय के बड़े पुत्र शिवाकांत से तय हुई थी। विवाह की तारीख 19 अप्रैल नियत थी। लॉकडाउन के बीच बरात ले जाना संभव नहीं था। इसलिए शादी टालने की बजाय दूल्हे के पिता कामता प्रसाद ने अनोखी पहल की। कामता प्रसाद दूल्हे बेटे के साथ परिवार के पांच लोगों की बरात लेकर ग्राम छानी बुजुर्ग पहुंचे।
सैनिटाइज करके पहनाया जयमाल गांव में लड़की पक्ष के लोगों ने सभी का स्वागत करने से पहले सैनिटाइज कराया और अगवानी के समय द्वार पर बरातियों को माला पहनाने से पहले मास्क पहनाया। इसके बाद शारीरिक दूरी का पालन करते हुए शिवा और प्रिया ने फेरे लिए। दोनों ने एक-दूसरे को जो जयमाल पहनाई उसे भी पहले सैनिटाइज किया गया। इसपर मजाकी लहजे में दुल्हे के स्वजन बोले एक समय स्वागत में इत्र छिड़का जाता था आज हाथों में सैनिटाइजर डाला जा रहा है। बस आठ से दस लोगों के बीच पूरे विधि विधान से शादी हुई। सभी बराती व जनाती कोरोना बचाव के नियमों का पालन करते हुए एक मीटर से ज्यादा दूरी पर मौजूद रहे। पंडित जी ने भी एक मीटर दूर बैठकर मंत्रोच्चार किया। दूल्हे के परिवार और घरातियों के बीच सादगी में विधि-विधान से सारी रस्में पूरी की गईं। सोमवार सुबह बेटी की विदा कर दी गई।